रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि अगले साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले वे अपने भविष्य के बारे में फैसला लेंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अभी कुछ सोचा नहीं है।
पत्रकारों ने सिंहदेव से कार्यकर्ताओं की ओर से उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की उठ रही मांगों के बारे में सवाल किया था।
सिंहदेव की टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। उनका कहना था कि हाईकमान ने ढाई-ढाई साल के लिए उन्हें और बघेल को यह पद संभालने का फार्मूला दिया था। वे सन् 2021 में कई बाद दिल्ली गए और वहां हाईकमान पर इस बारे में फैसला लेने के लिए दबाव भी बनाया। सिंहदेव ने यह बात कभी छिपाई भी नहीं। नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओँ के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में हाईकमान के सामने शक्ति प्रदर्शन किया था।
सिंहदेव के बयान को भाजपा ने हाथोंहाथ लिया है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने ट्वीट किया है कि आखिर मन का दर्द एक बार फिर होठों पर आ ही गया है। महाराज, सोनिया-राहुत तो ढाई साल पर फैसला ले नहीं सके, अब चार साल बाद खुद फैसला लेना है तो देरी नहीं करना चाहिए।