बिलासपुर। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि बच्चों की मौत पर राजनीति करने के बजाय स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान दें। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य मंत्री जी, आप टी एस सिंहदेव नहीं हैं और न ही बन पाएंगे। मासूम बच्चों की मौत पर राजनीति न करें।”
पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को पिछली सरकार के नसबंदी और गर्भाशय कांड को याद रखना चाहिए। कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में मलेरिया और डायरिया के बढ़ते मामलों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया और मांग की कि सरकार इन बीमारियों पर गंभीरता से काम करे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान व्यवस्था पिछली सरकार से बेहतर है। पांडेय ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव थे, जिन्होंने अपने घर के पैसों से हॉस्पिटल में कई सुविधाएं उपलब्ध कराईं।
शैलेश पांडेय ने कहा, “टी एस सिंहदेव ने कोरोना काल में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जब बीजेपी के नेता कहीं दिखाई नहीं दे रहे थे। मलेरिया और डायरिया से बिलासपुर में मासूम बच्चों की मौत पर बीजेपी सरकार को शर्म आनी चाहिए और स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। दूषित पानी पिलाना और फिर इलाज में लापरवाही करना शर्म की बात है।”
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में नसबंदी, गर्भाशय, और अंखफोड़वा कांड हुए थे, जिसमें मासूम महिलाओं की मौत हो गई थी और माताओं के गर्भाशय निकाल दिए गए थे। शैलेश पांडेय ने कहा, “स्वास्थ्य मंत्री को इन घटनाओं को याद रखना चाहिए और बच्चों की मौत पर राजनीति करने के बजाय, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करानी चाहिए और व्यवस्था में सुधार करना चाहिए।”