जांजगीर-चांपा। सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती ने एक युवक की जिंदगी को मुसीबत में डाल दिया। अपनी सगाई से ठीक दो दिन पहले 26 वर्षीय युवक किशन साहू को एक युवती ने हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण कर लिया। फिर उसके परिवार से 17 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। जांजगीर की पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर युवक को सकुशल छुड़ाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
फेसबुक पर दोस्ती, व्हाट्सएप पर जाल
बसंतपुर निवासी किशन साहू की फेसबुक पर पहचान आयशा बेगम नाम की युवती से हुई थी। केवल तीन दिन की बातचीत में ही युवती ने किशन को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और 12 जून की रात उसे खेत में मिलने बुलाया। युवक जब खेत पहुंचा, तो वहां पहले से दो अन्य युवक मौजूद थे।
वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल, पिता से मांगी फिरौती
तीनों ने मिलकर किशन को बंधक बना लिया और उसके पिता बुधराम साहू को फोन कर कहा कि उनका बेटा लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है। अगर वह 17 लाख रुपये नहीं देंगे, तो वीडियो वायरल कर देंगे।
पुलिस ने रची योजना, युवक को छुड़ाया
परिवार की शिकायत पर जांजगीर कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहरिया गांव के पास एक बोर मकान से किशन को सुरक्षित बरामद कर लिया। इस दौरान आयशा बेगम और उसके साथी अभय कुमार सूर्यवंशी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है।
महिला बनी फर्जी आईडी वाली ‘अन्नू’
पुलिस के अनुसार, 26 वर्षीय आयशा बेगम उर्फ अन्नू उर्फ अस्मिता साहू चांपा की रहने वाली है, जबकि उसका साथी अभय कुमार भोजपुर का निवासी है। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि सोशल मीडिया के जरिए युवक को फंसाने की योजना पहले से तैयार थी। पुलिस ने उनके पास से एक बाइक और दो स्कूटी भी जब्त की हैं।
एसपी और नगर पुलिस अधीक्षक की सक्रियता
एसपी विजय कुमार पांडेय के निर्देश पर पूरी टीम ने सक्रियता दिखाते हुए इस गंभीर मामले को सुलझाया। नगर पुलिस अधीक्षक कविता ठाकुर ने बताया कि आरोपियों ने किशन को मोबाइल में कुछ तस्वीरें दिखाकर ब्लैकमेल किया और फिरौती वसूलने की योजना बनाई थी। पुलिस ने आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 140(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।
पहले भी किसी को तो नहीं बनाया शिकार?
पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इन आरोपियों ने पहले भी किसी को इसी तरह फंसाया है। फिलहाल एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।