जनकपुर वन क्षेत्र के धब गांव में जंगली हाथी ने कुचला, वन विभाग की लापरवाही पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। 28 वर्षीय इतवरिया नामक महिला ने अपनी दो नन्ही बेटियों की जान बचाने के लिए खुद की बलि दे दी। जंगली हाथी के हमले में मां की मौत हो गई, जबकि दोनों बच्चियां बाल-बाल बच गईं।

घटना जनकपुर वन परिक्षेत्र के धब गांव की है। रात करीब 9 बजे इतवरिया अपने कच्चे घर में बेटियों जानकी (4 वर्ष) और रामकली (2 वर्ष) के साथ सो रही थी। तभी अचानक गांव में घुसे एक हाथी ने घर की दीवार तोड़ दी। दीवारों के गिरने की आवाज सुनकर वह तुरंत जागी और बच्चों को गोद में उठाकर बाहर भागी।

लेकिन हाथी उनके पीछे-पीछे पहुंच गया। खतरा नजदीक देख इतवरिया ने अपनी दोनों बेटियों को दूर फेंककर बचा लिया, लेकिन खुद भाग नहीं पाई। अगले ही पल हाथी ने उसे रौंद दिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

घटना के वक्त उसका पति और बेटा रिश्तेदारों के घर गए हुए थे। आसपास के लोग शोर सुनकर जब तक पहुंचे, घर मलबे में तब्दील हो चुका था। घायल बच्चियों को ग्रामीणों ने जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि जानकी के पैर में फ्रैक्चर है, जबकि रामकली को मामूली चोटें आईं।

ग्रामीणों ने बताया कि इतवरिया बहादुर और त्यागमयी मां थी। उसने बिना एक पल सोचे अपने बच्चों की जान बचाने का निर्णय लिया।

घटना के बाद गांव में मातम छा गया और लोगों ने वन विभाग की लापरवाही पर नाराज़गी जताई। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों की आवाजाही की कोई सूचना नहीं दी जाती। धब गांव के शंकर सिंह, श्रीलालसाई सिंह और सुनील सिंह बलंद ने बताया कि इसी हाथी ने 1 अक्टूबर को भी चार घर तोड़े थे, लेकिन विभाग ने कोई चेतावनी नहीं दी।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए टीम भेजी गई है और मृतका के परिवार को मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

गौरतलब है कि उत्तर छत्तीसगढ़ के कोरबा, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा और रायगढ़ जिलों में पिछले कई सालों से हाथी-मानव संघर्ष जारी है। वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में 320 से अधिक लोगों की जान हाथी हमलों में जा चुकी है।

ग्रामीण अक्सर हाथियों को भगाने के लिए ढोल, मशाल या मिर्ची जलाने जैसे उपाय करते हैं, वहीं विभाग समय-समय पर लोगों को सतर्क रहने और नजदीक जाने से बचने की सलाह देता है।

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