जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट जारी, कई जलाशयों से शुरू हुआ पानी छोड़ना
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बड़े जलाशयों में मानसून की बारिश का असर दिखने लगा है। जल संसाधन विभाग की 19 जुलाई को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के प्रमुख जलाशयों में अब तक औसतन 49.78 प्रतिशत पानी भर चुका है। बिलासपुर का खारंग डेम और दुर्ग जिले का खपरी जलाशय पूरी तरह लबालब हो चुके हैं।
राज्य के 46 प्रमुख जलाशयों में से झुमका डेम (कोरिया) में 98.84%, मनियारी डेम (मुंगेली) में 93.17%, छरपानी डेम (कबीरधाम) में 91.14% और घोंघा जलाशय में 82.84% तक पानी भर चुका है।
ये प्रमुख डेम भी अच्छी स्थिति में:
- मिनीमाता बांगो डेम (कोरबा) – 52.78%
- रविशंकर सागर (धमतरी) – 53.26%
- सिकासार डेम – 45.21%
- धारा जलाशय (राजनांदगांव) – 46.44%
- रूसे डेम – 54.47%
कहीं अब भी जरूरत:
कुछ जलाशयों में अभी कम जलभराव है, जैसे –
- तांडुला डेम (बालोद) – 29.29%
- सोंढूर डेम – 23%
- मुरूमसिल्ली डेम – 21.57%
- बलार डेम – 23.04%
- अरपा भैंसाझार (बिलासपुर) – 30% से कम
पानी छोड़ा गया:
भरे हुए जलाशयों जैसे खारंग, मनियारी, केलो और सीतानदी बेसिन से नहरों और स्लूइस गेट के माध्यम से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे सिंचाई और जल प्रबंधन की व्यवस्था बेहतर हो सके।
निगरानी बढ़ी:
जल संसाधन विभाग ने सभी अधिकारियों को डेमों की सतत निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
राज्य के लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि अच्छे जलभराव से खरीफ फसल की तैयारी और जल आपूर्ति में आसानी होगी।