बिलासपुर। सिम्स मेडिकल कॉलेज के सर्जरी वार्ड में भर्ती मरीज की देखभाल के लिए आई एक नाबालिग के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। आरोप है कि रविवार की रात भोजन बांटने वाले ठेका कर्मियों ने किशोरी का हाथ पकड़कर जबरन उसका मोबाइल नंबर मांगा। किशोरी के विरोध करने पर न सिर्फ उसे धमकाया गया, बल्कि उसकी पिटाई भी कर दी गई। इस घटना से सिम्स परिसर में हड़कंप मच गया।
वार्ड में चीख-पुकार और हंगामा
घटना के दौरान किशोरी ने डर के मारे जोर-जोर से चीखना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसकी मां और वार्ड में मौजूद गार्ड तुरंत मौके पर पहुंचे। मां और परिजन जब अपनी बेटी को रोते हुए बदहवास हालत में देखे, तो वे स्तब्ध रह गए। उन्होंने ठेका कर्मचारियों को पकड़ने की कोशिश की, मगर वह भाग निकला। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सिम्स में भारी हंगामा हुआ, जिससे वहां भर्ती अन्य मरीजों के परिजन भी भयभीत हो गए।
पुलिस ने आधी रात में की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी रजनेश सिंह ने तुरंत पुलिस टीम को सिम्स भेजा। हालांकि, परिजनों ने लोकलाज का हवाला देते हुए कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई पर पुलिस ने अपनी पहल पर जांच शुरू की। सोमवार देर रात पुलिस ने सिम्स कैंटीन के चार कर्मचारियों को हिरासत में लेकर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
सिम्स प्रबंधन की प्रतिक्रिया
सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे ने इस घटना को गंभीर मानते हुए कहा कि मरीज की महिला परिजन के साथ छेड़खानी की घटना शर्मनाक है। मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।