बिलासपुर। मुंगेली जिले के रामबोड़ इलाके में स्थित विस्तारित की जा रही कुसुम पॉवर प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया। चिमनी गिरने से 25 से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे में 8 से 9 लोगों की मौत होने की आशंका है। घटना उस समय हुई जब प्लांट के भीतर लोहे की चिमनी खड़ी की जा रही थी।
यह हादसा मनियारी नदी के पास, बिलासपुर-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे ग्राम रामबोड़ में हुआ। बताया जा रहा है कि प्लांट में भारी सैलो (सामान भंडारण टैंक) अचानक गिर गया। इस टैंक के गिरने से निर्माण कार्य में जुटे मजदूर इसकी चपेट में आ गए।
घटना की जानकारी मिलते ही सरगांव थाना पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य जारी है। मलबे से दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। हालांकि, अंदर के हालातों की सही स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि प्लांट प्रबंधन से कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।
प्लांट के कुछ कर्मचारियों ने हादसे के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि मशीनों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं की गई थी। प्लांट विस्तार में जल्दबाजी के कारण सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया, जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई।
घटनास्थल के पास बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और मजदूरों के परिजन एकत्र हो गए हैं। उनकी मांग है कि बचाव तेजी से कर मजदूरों को सुरक्षित निकाला जाए। हादसे की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। प्रभावित परिवारों ने प्लांट प्रबंधन से मुआवजे की भी मांग की है।
क्षेत्र के लोग लंबे समय से प्लांट से हो रहे प्रदूषण को लेकर परेशान हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया गया, और अब सुरक्षा में लापरवाही के कारण मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राहत और बचाव कार्य प्राथमिकता पर किए जा रहे हैं। साथ ही हादसे के कारणों की जांच की जाएगी।
घटनास्थल पर माहौल तनावपूर्ण है। लोगों में मलबे में दबे लोगों की स्थिति को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।