बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) के बफर जोन में शनिवार को एक अधेड़ व्यक्ति का क्षतविक्षत शव मिला। मृतक की पहचान ग्राम सकेरी निवासी उमाशंकर साहू (52) के रूप में हुई है, जो दो दिन पहले जंगल से लापता हो गया था। शव मिलने की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच की। प्रारंभिक जांच में बाघ के हमले से मौत की आशंका जताई गई है।

दो दिन पहले जंगल गया था लकड़ी लेने, फिर नहीं लौटा

तखतपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सकेरी निवासी उमाशंकर मजदूरी करता था और रोजाना गांव के अन्य लोगों के साथ जंगल से जलाऊ लकड़ी लाने जाया करता था। 15 मई की सुबह वह भी रोज की तरह अपने साथियों के साथ 4 बजे जंगल गया, लेकिन 11 बजे जब बाकी लोग घर लौट आए, तो उमाशंकर नहीं लौटा। परिजनों और ग्रामीणों ने शाम तक उसकी तलाश की, पर कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद तखतपुर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई।

शव टुकड़ों में बिखरा मिला, 200 मीटर के दायरे में फैले थे अंग

शनिवार दोपहर कुछ ग्रामीण जब लकड़ी लेने फिर जंगल गए तो उन्हें एक क्षतविक्षत शव नजर आया। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। तखतपुर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को बुलाया गया। परिजनों ने शव की पहचान उमाशंकर के रूप में की। जांच के दौरान शव के टुकड़े 200 मीटर के दायरे में बिखरे हुए मिले। शव पूरी तरह सड़ चुका था और हड्डियों से मांस गायब था। मृतक का एक जूता भी पास के पेड़ के नीचे मिला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।

बाघ के हमले की जताई गई आशंका

पुलिस और वन विभाग की संयुक्त जांच में उमाशंकर के शरीर पर पाए गए चोटों के निशान देखकर बाघ के हमले की संभावना जताई गई है। डीएफओ नीरज के निर्देश पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया और पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। मौत के असल कारण की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।

“मृतक के शरीर पर गहरे घाव मिले हैं, जो बाघ के हमले की ओर संकेत करते हैं।”
नुपूर उपाध्याय, डीएसपी

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