बिलासपुर। शिक्षा विभाग द्वारा “युक्तियुक्तकरण” के नाम पर स्कूलों को बंद करने और शिक्षकों के पद खत्म करने के फैसले का ग्रामीण ज़िला कांग्रेस कमेटी ने जोरदार विरोध किया। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ता बिल्हा बीईओ (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक धरना-प्रदर्शन किया।
चूंकि प्रदर्शन की घोषणा पहले ही की गई थी, पुलिस ने सुबह से ही भारी सुरक्षा तैनात कर दी थी। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र होने के चलते डीएसपी, सीएसपी, टीआई समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। यहां तक कि विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य गेट में ताला बंद कर दिया गया।

‘गेट क्यों बंद?’ कांग्रेस और पुलिस में बहस

प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी और पुलिस अधिकारियों के बीच गेट बंद करने को लेकर तकरार की स्थिति बन गई। कांग्रेसजनों का कहना था कि जब प्रदर्शन शांतिपूर्ण है और बीईओ को केवल राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपना है, तो गेट क्यों बंद किया गया? काफी बहस के बाद पुलिस ने गेट खोला और कार्यकर्ताओं को प्रवेश की अनुमति दी।

नारेबाज़ी के बीच दिया आने-जाने का रास्ता

कांग्रेसजन हनुमान मंदिर के सामने बैठकर राज्य सरकार की शिक्षा नीति के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी करते रहे। हालांकि उन्होंने प्रदर्शन के दौरान आने-जाने वालों को रास्ता देकर यह सुनिश्चित किया कि आम जनता को कोई असुविधा न हो।

राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया

बीईओ मौके पर पहुंचे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राज्यपाल के नाम ज्ञापन लिया गया। कांग्रेस ने मांग की कि युक्तियुक्तकरण के तहत हो रही स्कूल बंदी और शिक्षक पदों की कटौती पर तुरंत पुनर्विचार किया जाए।

“स्कूल बंद, शराब दुकानें चालू”- केशरवानी का हमला

जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि शिक्षा एक मौलिक अधिकार है, जिसे संविधान के अनुच्छेद 21A के तहत सुरक्षित किया गया है। कांग्रेस सरकार ने आत्मानंद स्कूलों के ज़रिए शिक्षा को मजबूत किया, लेकिन भाजपा सरकार उसे भी कमजोर कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार स्कूल बंद कर रही है और उसी समय 67 नई शराब दुकानें खोल रही है। “यह कैसी नीति है जो बच्चों को अशिक्षा और समाज को नशे की ओर धकेल रही है?” उन्होंने सवाल उठाया।

“स्कूल कम, प्राइवेट स्कूलों को बढ़ावा” – विजय पांडेय

शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा का निजीकरण बढ़ाना चाहती है। सरकारी स्कूल कम होंगे तो गरीब माता-पिता को मजबूरी में निजी स्कूलों का रुख करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में छात्र संख्या की सीमा बढ़ाकर एक-तिहाई शिक्षक पद खत्म कर दिए हैं। यह बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय है।

प्रदर्शन में ये रहे मौजूद

विजय केशरवानी, विजय पांडेय, राजेंद्र साहू डब्बू, राजेंद्र शुक्ल, भूनेश्वर यादव, गीतांजलि कौशिक, लक्ष्मीनाथ साहू, संध्या तिवारी, सुनील सोनकर, मोहन श्रीवास, संदीप यादव, बबली खान, सुजीत यादव, गौरव ऐरी, योगेश कौशिक, किशन पटेल, बाबा खान, राज कोसले और प्रवक्ता ऋषि पांडेय सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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