छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला की जान गलत इंजेक्शन से चली गई। मृतका, 20 वर्षीय रुखमणी कश्यप, चार महीने की गर्भवती थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर ध्रुवंतो सिकदार को गिरफ्तार कर लिया है।
हीरागढ़ (टुरी) गांव निवासी रुखमणी को हाथ-पैर में दर्द की शिकायत थी। रात करीब 9-10 बजे उसकी हालत बिगड़ने पर परिजनों ने सिऊड गांव के झोलाछाप डॉक्टर ध्रुवंतो को बुलाया। उसने जांच के बाद एक इंजेक्शन दिया और चला गया। इसके बाद महिला की हालत और बिगड़ गई। तेज बुखार, खांसी और नाक-मुंह से खून बहने लगा।
गंभीर स्थिति में परिजन रुखमणी को नवागढ़ सीएससी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गलत इंजेक्शन बताया गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया और रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपी के पास से कुछ दस्तावेज भी मिले, जिन्हें जांच के दौरान फर्जी पाया गया है।
बिलासपुर व जांजगीर-चांपा का आंकड़ा देखें तो हाल के दिनों में यह झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज के चलते हुई सातवीं मौत है। 18 जुलाई को कोटा विकासखंड के कारीमाटी में दो बच्चों अजय ध्रुव (7 वर्ष) और संजय ध्रुव (5 वर्ष) की मौत हुई थी। कोटा के पास टेंगनमाडा के 10 साल के इरफान व 15 साल के इमरान की मौत हो गई थी। 15 अगस्त को कलमीटार में 35 वर्षीय रेखा बिंझवार को मौत हो गई। इसके अगले दिन रतनपुर क्षेत्र के ही खैरा ग्राम में श्री कुमार आर्मो की जान चली गई थी।