बिलासपुर। देहरादून में भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में रागिनी ध्रुव की पेंटिंग को सर्वश्रेष्ठ चित्रकारी के लिए पुरस्कृत किया गया। यह प्रतियोगिता वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के अंतर्गत आयोजित की गई थी। छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व द्वारा शिवतराई में आयोजित प्रतियोगिता में रागिनी ने इस पेंटिंग को तैयार किया था, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर चयनित किया गया।
रागिनी की कलाकारी से प्रभावित होकर टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने इसे छत्तीसगढ़ की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में भेजा, जिस पर मुख्य वन्यजीव संरक्षक सुधीर कुमार अग्रवाल ने मुहर लगाई और इसे राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए देहरादून भेजा गया। देशभर के कलाकारों द्वारा भेजी गई पेंटिंग्स में रागिनी की पेंटिंग को चयन समिति ने सर्वश्रेष्ठ घोषित किया, और इसे शनिवार को देहरादून के वन्यजीव संस्थान में आयोजित 35वें वार्षिक शोध संगोष्ठी कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया।
वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान ही अचानकमार टाइगर रिजर्व के पैदल गार्ड दिलीप सिंह कंवर और वन रक्षक मनमोहन सिंह राज को भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। दिलीप सिंह कंवर, जो कटामी गांव के निवासी हैं, ने वन्यजीव संरक्षण के लिए सह-अस्तित्व के माध्यम से अपने प्रयासों में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम किया है, जिससे पर्यावरण के अनुकूलन को बढ़ावा मिला है।
वन रक्षक मनमोहन सिंह राज ने भी अपने कार्य में अनुकरणीय प्रदर्शन किया। वे अपने मुख्यालय में रहकर लगातार समयबद्ध पेट्रोलिंग करते रहे हैं, जिससे उनके वृत्त में कोई अवैध गतिविधि नहीं हुई और जंगल का संरक्षण सफलतापूर्वक हुआ।