रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पहली महिला विधायक और भाजपा की वरिष्ठ नेता रजनी ताई उपासने का 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं और निमोनिया के इलाज के लिए VY हॉस्पिटल में भर्ती थीं, जहां बुधवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में एक युग का अंत हो गया। वे नारी सशक्तिकरण की जीवंत प्रतीक मानी जाती थीं।

एक सप्ताह से चल रहा था इलाज

रजनी ताई उपासने का निधन बुधवार शाम करीब 6 बजे हुआ। परिवार सूत्रों के अनुसार, वह पिछले एक सप्ताह से निमोनिया से पीड़ित थीं और घर पर ही प्रारंभिक इलाज चल रहा था, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके पार्थिव शरीर को उनके निवास पर रखा गया है, जहां अंतिम दर्शन के लिए लोग पहुंच रहे हैं। अंतिम संस्कार आज सुबह किया जाएगा।

ताई की एक प्रेरणादायी जीवन यात्रा

रजनी ताई उपासने का जन्म 1932 में हुआ था। वह संयुक्त मध्य प्रदेश (अब छत्तीसगढ़) के रायपुर क्षेत्र की पहली महिला विधायक थीं, जिन्होंने 1977-78 के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के टिकट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उस समय राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सीमित थी, लेकिन रजनी ताई ने साहस और समर्पण से इतिहास रचा। वह आपातकाल (1975) की प्रमुख सेनानी रहीं, जब उनके तीन पुत्र जेल में थे और पति का तबादला सतना हो गया था। फिर भी, उन्होंने मीसा बंदियों के परिवारों को राशन, दवा और सहयोग प्रदान कर लोकतंत्र की लड़ाई लड़ी। पुलिस की छापेमारी और धमकियों से बेफिक्र रहकर उन्होंने जनांदोलन को जीवित रखा। बाद में वह भाजपा से जुड़ीं और नारी शक्ति की मिसाल बनीं। उनके पुत्र सच्चिदानंद उपासने भाजपा के वरिष्ठ नेता और लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, जबकि दूसरे पुत्र पत्रकार, जगदीश उपासने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। रजनी ताई का जीवन सादगी, सेवा और संस्कारों की मिसाल रहा, जो महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

सीएम साय ने जताया शोक

रजनी ताई के निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “रजनी ताई उपासने का निधन छत्तीसगढ़ राजनीति की अपूरणीय क्षति है। वह नारी शक्ति की प्रतीक थीं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।” भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने लिखा, “रजनी ताई केवल परिवार का हिस्सा नहीं, बल्कि स्नेह और ममता की प्रतिमूर्ति थीं। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।” मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “उनका जीवन समाज सेवा की अमिट धारा था। वह हमारी स्मृतियों में रहेंगी।” श्याम बिहारी जायसवाल, हिमाद्री सिंह, अर्चना चितनिस, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, हेमंत खंडेलवाल और रिकेश सेन ने भी शोक व्यक्त किया, जिसमें उन्होंने रजनी ताई के योगदान को याद किया और परिवार को संबल की कामना की। कांग्रेस नेता अरुण वोरा ने भी श्रद्धांजलि दी, कहा कि उनकी जीत ने लोकतंत्र में नया अध्याय लिखा।

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