कोरबा। उरगा थाना क्षेत्र में हुई रामसिंह कंवर हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जिस मामले ने पूरे गांव में “कल्कि अवतार” के नाम से दहशत फैला दी थी, वह असल में अवैध प्रेम संबंध का नतीजा निकला। पुलिस ने आरोपी विकास यादव को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने जगदीश कंवर को मारने की योजना बनाई थी, लेकिन मौके पर उसके न मिलने पर उसने उसके पिता रामसिंह कंवर की बेरहमी से हत्या कर दी।

गांव में दहशत, दीवारों पर लिखा गया ‘कल्कि अवतार’ का संदेश

23-24 फरवरी की रात 60 वर्षीय रामसिंह कंवर पर धारदार हथियार से हमला किया गया था, जिससे बाद में उनकी अस्पताल में मौत हो गई। लेकिन मामले को और भी सनसनीखेज बना दिया दीवारों पर लिखे गए रहस्यमयी संदेशों ने।

हत्या के बाद, गांव की दीवारों पर “कलयुग के कल्कि”, “झूठ बोलना पाप है”, “रामसिंह के बेटे जगदीश का नाम” जैसे संदेश लिखे मिले। इसके दो दिन बाद, गांव के एक घर की दीवार पर लिखा गया – “अगला टारगेट मोनू, कलयुग के कल्कि, पकरिया में 5 हत्याएं और होंगी, पुलिस दूर रहे।”

इससे गांव में सनसनी फैल गई और लोगों में खौफ बढ़ गया। पुलिस के लिए यह केस और भी पेचीदा हो गया, क्योंकि ऐसा लगने लगा कि कोई रहस्यमयी अपराधी एक के बाद एक हत्याएं करने की धमकी दे रहा है।

हत्या के पीछे था प्रेम-प्रसंग का खेल

जांच के दौरान, पुलिस ने मृतक के बेटे जगदीश को केंद्र में रखकर तहकीकात शुरू की। पता चला कि जगदीश का गांव की एक महिला से अवैध संबंध था, और यही महिला आरोपी विकास यादव के भी करीब थी। जब विकास को इस बारे में पता चला, तो उसने गुस्से में आकर जगदीश को मारने की योजना बनाई।

इसके लिए उसने दो महीने पहले लोहे की एक तलवारनुमा धारदार हथियार तैयार किया। घटना की रात जब वह जगदीश को मारने पहुंचा, तो वह घर पर नहीं था। इसके बाद उसने जगदीश के पिता रामसिंह कंवर पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।

हत्या को रहस्यमयी बनाने की चाल

हत्या के बाद, पुलिस को गुमराह करने और मामले को रहस्यमयी बनाने के लिए आरोपी ने गांव में ‘कल्कि अवतार’ के नाम से दीवारों पर डरावने संदेश लिखे।

जब उसने देखा कि पुलिस जगदीश से गहन पूछताछ कर रही है, तो वह 4 मार्च को गांव के श्मशान घाट में तलवारनुमा हथियार और एक पत्र छोड़ आया, ताकि जांच गलत दिशा में चली जाए।

कैसे पुलिस ने खोली साजिश की परतें?

पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश और 26 सदस्यीय विशेष टीम की कड़ी निगरानी के बाद, पुलिस ने इस जघन्य अपराध का खुलासा किया।

👉 सबूतों और साइबर तकनीक की मदद से आरोपी की साजिश बेनकाब हो गई और पुलिस ने उसे धर दबोचा।

आरोपी गिरफ्तार, गांव को राहत

आरोपी विकास यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। गांववालों ने पुलिस की इस सफलता पर राहत की सांस ली है।

👉 अब पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि ‘कल्कि अवतार’ के नाम से दहशत फैलाने वाला कोई रहस्यमयी अपराधी नहीं था, बल्कि यह सब आरोपी द्वारा रची गई एक सोची-समझी साजिश थी।

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