नगर सुराज संगम में दूसरे दिन भी संभाली प्रशिक्षण की कमान
रायपुर। “आप शहर के प्रथम नागरिक हैं। आपका शहर आपका घर है। अपने शहरवासियों को परिजन समझकर उनकी चिंता करें और उनकी भलाई के लिए कार्य करें।” नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज राजधानी रायपुर में चल रहे दो दिवसीय नगर सुराज संगम कार्यशाला में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को यह संदेश देते हुए जिम्मेदारियों का बोध कराया।
डेढ़ घंटे का प्रस्तुतिकरण, विकास का रोडमैप
कार्यशाला के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में अरुण साव ने स्वयं पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्षों को विकास की रणनीति समझाई। उन्होंने शहरों के समग्र विकास के लिए अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अटल विश्वास पत्र के बिंदुओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, शहरी परिवहन, स्ट्रीट लाइटिंग, कर संग्रहण और सिटी डेवलपमेंट प्लान जैसे विषयों पर भी विशेष जोर दिया।
“यादगार काम करें”
साव ने कहा कि सभी नगर निकायों को उभरते शहर के रूप में विकसित करना है। इसके लिए सुनियोजित और सुव्यवस्थित कार्य जरूरी है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा, “अपने शहर में ऐसा काम करें जो यादगार हो, जिससे शहर को नई दिशा मिले और नागरिकों को अधिक सुविधा मिल सके।”
जल संकट और समाधान
शहरों में हर घर तक पर्याप्त जल आपूर्ति को बड़ी चुनौती बताते हुए उप मुख्यमंत्री ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य रूप से अपनाने की जरूरत बताई। उन्होंने देश-विदेश के नवाचारों और स्थानीय स्वशासन की श्रेष्ठ परंपराओं का उदाहरण देते हुए उनके क्रियान्वयन की बात कही।
पार्षदों का भी होगा प्रशिक्षण
साव ने जानकारी दी कि जल्द ही संभागीय स्तर पर पार्षदों के लिए भी इसी तरह के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि शहरी प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
अधिकारियों ने भी साझा की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने कहा कि यह संगम राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं और नगरीय अधिनियमों की जानकारी देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उन्होंने इसे दोतरफा संवाद का मंच बताया और उपस्थित प्रतिनिधियों से अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन विभाग के संचालक आर. एक्का और सुडा के सीईओ शशांक पांडेय भी मौजूद रहे।