
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने जिला एवं सत्र न्यायालय बस्तर, जगदलपुर का बुधवार को वर्चुअल निरीक्षण किया। उन्होंने लंबित प्रकरणों विशेषकर पुराने प्रकरणों के शीघ्र निराकरण का निर्देश दिया। ऐसे लंबित प्रकरण जिनमें मध्यस्थता हो सकती है, उन्हें मध्यस्थता के माध्यम से शीघ्र निराकरण का भी निर्देशित किया। इस अवसर पर जस्टिस एन.के. व्यास भी उपस्थित रहे जो कि जिला जगदलपुर के पोर्टफोलियो जज भी हैं।
जस्टिस सिन्हा ने न्यायालय परिसर में स्थित प्राथमिक उपचार केन्द्र का भी निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध दवाईयों की जानकारी ली। उन्होंने जिला न्यायाधीश को ऐसी व्यवस्था बनाने का निर्देश कि प्रतिदिन वहां कुछ घंटों के लिए चिकित्सक उपलब्ध रहें। उन्होंने सभी न्यायाधीशों को निर्देशित किया कि कार्य का स्वस्थ माहौल सुनिश्चित करें तथा जिला न्यायाधीश को निर्देशित किया कि न्यायालय परिसर का निरंतर निरीक्षण करते रहें।
चीफ जस्टिस सिन्हा ने सर्वप्रथम न्यायालय भवन का वर्चुअल निरीक्षण किया। न्यायालय परिसर, पार्किंग, कैन्टिन इत्यादि में साफ-सफाई के साथ इन स्थानों को व्यवस्थित रखने का उन्होंने निर्देश दिया। उन्होंने परिसर में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने न्यायालय परिसर में चल रहे मरम्मत कार्यों की भी जानकारी ली और इन कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने का संबंधितों को निर्देश दिया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम, अधिवक्ता कक्ष, मीडिएशन सेंटर, सूचना केन्द्र, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तथा लोक अभियोजन कार्यालय का भी निरीक्षण किया तथा भवन की आधारभूत संरचना पर संतुष्टि व्यक्त की।
जस्टिस सिन्हा ने निर्देशित किया कि अवकाश की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए ही अधिकारी कर्मचारियों का अवकाश स्वीकृत करें तथा सभी समय पर कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करें।













