बिलासपुर। जिले के क्वारांटीन सेंटर्स में रह रहे प्रवासी मजदूरों के बच्चों के सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया है। सेंटर्स में करीब एक हजार ऐसे बच्चे हैं जिन्हें आगामी सत्र से स्कूलों में दाखिला दिलाया जायेगा।
राज्य सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों के बच्चों की नियमित शिक्षा की व्यवस्था के लिए उन्हें स्कूलों में प्रवेश दिलाने का निर्णय लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने इस संबंध में कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टरों को लिखा था। ग्राम पंचायत व शिक्षा विभाग की मदद से जिले के 166 क्वारांटीन सेंटर्स में रूके स्कूल जाने वाले बच्चों की सूची बना ली गई है जिनकी संख्या लगभग एक हजार है। उनकी जानकारी निर्धारित प्रपत्र में एकत्रित की गई है। इस प्रपत्र में बच्चे का नाम, आयु, जन्मतिथि, लिंग, पिता का नाम, माता का नाम, कहां से छत्तीसगढ़ वापस आए हैं, निवास स्थान का पूरा पता ग्रामीण क्षेत्र के लिए – गांव, पंचायत, विकासखण्ड, जिला तथा शहरी क्षेत्र के लिए मकान नंबर, मोहल्ला, वार्ड, शहर, जिला, बच्चा कितने वर्ष का और किस कक्षा में पढ़ता है, इस वर्ष किस कक्षा में प्रवेश लेना है, यह प्राप्त किया गया है।
इसके अलावा यह भी जानकारी ली गई है कि बच्चे के माता-पिता छत्तीसगढ़ में रहेंगे अथवा काम के लिए बाहर जाएंगे। बच्चा छत्तीसगढ़ में रहेगा अथवा माता-पिता के साथ बाहर जाएगा। इस जानकारी की ऑनलाइन एन्ट्री की जायेगी।