बिलासपुर। सिम्स अस्पताल बिलासपुर के बायोकेमिस्ट्री विभाग ने ओपीडी रोगियों की दैनिक जांच रिपोर्ट हर दो घंटे में देने की व्यवस्था लागू की गई है। इस उत्कृष्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से ओपीडी में उपचार हेतु आने वाले समस्त मरीजों को उनके द्वारा सैंपल जमा करने के बाद से 2 घंटे के भीतर ही उनकी जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही है। इससे उन्हें त्वरित उपचार मिल सकेगा।
बायोकेमिस्ट्री लैब का संचालन चौबीसों घण्टे हो रहा है जिससे कि रोगियों को हर समय जांच की सुविधा उपलब्ध हो सके। आकस्मिक जांच परीक्षणों की सुविधा सदैव उपलब्ध है और जांच हेतु सभी सैंपल एक ही स्थान पर लिए जा रहे हैं, जिससे मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो। बायोकेमिस्ट्री विभाग द्वारा कई ऐसी जांच भी की जा रही हैं, जो बाहर अत्यंत मंहगी है, जैसे कि थाइरोइड जाँच, विटामिन डी, बी 12 तथा विभिन्न फर्टिलिटी पैरामीटर्स की जांच। यह समस्त जांच शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मुफ्त अथवा अत्यंत ही रियायती दाम पर उपलब्ध हैं। गर्भवती महिलाओं में होने वाली जेस्टेशनल डाईबेटिस की जांच के लिए भी विशेष ओरल ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट विभाग द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है। सिकिल सेल की जांच सुविधा भी विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है। इस हेतु रक्त सैंपल भी कलेक्शन सेंटर में ही लिया जा रहा है। सिम्स के बायोकेमिस्ट्री विभाग ने पिछले वर्ष कुल 6 लाख 77,349 रक्त परीक्षण किए गए हैं। समस्त पैरामीटर्स को मिला लें तो लगभग 50 तरह की विभिन्न जांच आम जन के लिए विभाग द्वारा की जा रही है । बायोकेमिस्ट्री विभाग द्वारा किए जा रहे जांचों की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए क्वालिटी कंट्रोल पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।विभाग जहाँ एक ओर आतंरिक गुणवत्ता पर काम कर रहा है वहीं बाह्य गुणवत्ता हेतु क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर, के नैदानिक बायोकेमिस्ट्री विभाग द्वारा एक्सटर्नल क्वालिटी असश्युरेंस स्कीम में भी प्रतिभागी है। इस तरह विभाग द्वारा दी जा रही जांच रिपोर्ट उच्च गुणवत्ता युक्त हैं।