सरकारी भवन में भाजपा का चुनाव प्रचार, विरोध करने पहुंचे विधायक से धक्का-मुक्की, तीखी झड़प
भाजपा ने महिलाओं से दुर्व्यवहार की सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई
बिलासपुर। नगरीय निकाय चुनाव का माहौल कल तब गर्म हो गया जब कांग्रेस विधायक और भाजपा प्रत्याशी के समर्थक एक दूसरे से भिड़ गये। चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी भवन में चल रही भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक का विरोध करने विधायक और उनके समर्थक पहुंच गये तो पार्षद भी अपने समर्थकों को लेकर बड़ी संख्या में वहां आ गये। दोनों पक्षों में तीखी झड़प हुई। बाद में थाने में हंगामा हुआ। भाजपा प्रत्याशी ने महिलाओं के साथ विधायक द्वारा दुर्व्यवहार करने की शिकायत दर्ज कराई गई है, जबकि कांग्रेस पार्षद ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि भाजपा की बैठक में पहुंची महिलाएं अपना कपड़ा खुद फाड़ने की बात कर रही है।
कस्तूरबा नगर, वार्ड क्रमांक 19 में कांग्रेस प्रत्याशी भरत कश्यप के पक्ष में विधायक शैलेष पांडेय प्रचार के लिए निकले थे। इसी दौरान पता चला कि भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं की बैठक नगर निगम के सामुदायिक भवन में चल रही है। सरकारी भवन का चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल होता देख विधायक पांडेय, प्रत्याशी कश्यप और उनके कार्यकर्ता वहां पहुंच गये। उन्होंने वहां बैठक लेने पर आपत्ति की और सामुदायिक भवन का घेराव कर दिया। इसी दौरान भाजपा प्रत्याशी रमेश जायसवाल को जानकारी मिली तो वे भी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गये। जायसवाल के पहुंचने के बाद दोनों पक्षों में जमकर झड़प हुई।
इसके बाद पार्षद रमेश जायसवाल और उनके समर्थकों ने सिविल लाइन थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी कि विधायक और उनके समर्थकों ने महिलाओं से दुर्व्यवहार किया है। इससे चोट भी आई है। पुलिस ने शिकायत लेते हुए उनका डॉक्टरी मुलाहिजा कराया है। भाजपा प्रत्याशियों के सिविल लाइन थाने पहुंचने की जानकारी मिलने पर विधायक शैलेष पांडेय भी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गये। उन्होंने भी भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ धक्का-मुक्की व अभद्र व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई। महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर विधायक के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में कार्रवाई की मांग की। इसके पहले वे निर्वाचन कार्यालय भी पहुंचे और आचार संहिता की अवहेलना करते हुए सरकारी भवन में चुनावी गतिविधि संचालित करने की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त करने की मांग भी की।