‘बीडीए के फिर से गठन पर विचार, अरपा के किनारे जमीन की खरीदी-बिक्री के लिए ‘सेठ’ से नहीं लेना होगा परमिशन, हर माह बिलासपुर आयेंगे’
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कांग्रेस भवन में अभिनंदन
बिलासपुर, 31 दिसंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बिलासपुर का विकास उसी तरह होगा जिस तरह रायपुर का हुआ। इसमें कोई कमी नहीं आने देंगे। बिलासपुर की सीमा का विस्तार नहीं होने दिया जा रहा था। सीमा बढ़ाई जायेगी। आवश्यकता पड़ी तो जैसे रायपुर विकास प्राधिकरण है वैसा ही बिलासपुर विकास प्राधिकरण बनेगा। बिलासपुर न्यायधानी हमारा बहुत महत्वपूर्ण जिला है। बिलासपुर को कुछ लोगों का चारागाह नहीं बनने देंगे। सबका विकास भी होना चाहिए, सब का काम भी होना चाहिए। बघेल ने यह भी घोषणा की है कि अरपा नदी के किनारे की जमीन की खरीदी बिक्री पर लगी रोक हटेगी। इसके लिए ‘सेठ’ से परमिशन नहीं लेनी होगी। उन्होंने घोषणा की कि अब पांच डिसमिल से कम जमीन की भी रजिस्ट्री हो सकेगी। नगर निगम बिलासपुर के एरिया का विस्तार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे बघेल ने कांग्रेस भवन परिसर में आयोजित अभिनंदन समारोह में यह बात कही। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिये पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अजीत जोगी और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के नतीजे पर बड़े बड़े समीक्षकों के अनुमान ध्वस्त हो गये। पांच सीट वाले सोच रहे थे कि 42-43 सीट पर यदि कांग्रेस सिमट गई तो मजे करेंगे। थैली लेकर घूमने वाले बड़े सक्रिय हो गये थे। राजस्थान, मध्यप्रदेश के बारे में तो कहा जा रहा था कि वहां क्लीन स्विप और बराबरी की स्थिति है पर छत्तीसगढ़ को लेकर कहा जा रहा था कि जैसे-तैसे भाजपा सरकार बना लेगी। लेकिन कयास उल्टा हो गया। छत्तीसगढ़ में तीन चौथाई बहुमत मिला है। इस नतीजे के लिए छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने खुद लड़ाई लड़ी। कुछ गठबंधन भी हुए। इसी भरोसे से 2008 और 2013 का चुनाव जीता गया था। इनको लगता था कि छत्तीसगढ़ की जनता सहनशील है। झीरम कांड, अखफोड़वा कांड, बस सह लेती है। कभी 270 रुपये, कभी 300 रुपये (बोनस) तो कभी के नाम पर उन्हें भ्रम था कि लोगों को खरीद लेंगे। उन्हें लगता था कि भूपेश, सिंहदेव, महन्त, डहरिया का कोई जनाधार नहीं है। सोच रहे थे कि इस बार भी मतदाताओं को धोखा देंगे, और अगले पांच साल फिर मलाई खायेंगे लेकिन धोखा देने वाले खुद धोखा खा गये। आज जहां भी जा रहे हैं लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। पहली बार मजदूर, किसान, व्यापारी हर वर्ग को लग रहा है कि हमारी सरकार बनी है। यह तीन चौथाई सीटों पर जीत हम झीरम घाटी के शहीदों और छत्तीसगढ़ की जनता को समर्पित करते हैं।
बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को जब भी हमने छत्तीसगढ़ बुलाया वे आये और यहीं बिलासपुर में उन्होंने घोषणा की कि हमारी सरकार आएगी तो 10 दिन के अंदर किसानों का ऋण माफ कर दिया जायेगा। किसानों ने कहा कि हमने तो धान बेच दी, हमारा क्या होगा। हमने तय किया कि सबसे पहले उनका पैसा वापस किया जायेगा। दसवें ही दिन हमने प्रदेश के साढ़े तीन लाख किसानों के खाते में 1240 करोड़ की रकम वापस जमा करा दी। हमने ऋण माफी में कोई सीलिंग नहीं लगाई है, छोटे बड़े सब किसानों का कर्ज माफ कर रहे हैं। एक विधायक ने कहा था कि 10 दिन के अंदर ऋण माफ कर दिया गया तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। वे तो त्रिकोणीय मुकाबले में जीत गये। सीधे मुकाबले में भाजपा की हालत दिल्ली की तरह हो जाती जहां तीन सीट उन्हें मिली है। वह तो पांच सीट जीतने वाले की बदौलत 12 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया। इसलिये 15 सीट मिल गई।
उन्होंने सरकार को जीत दिलाने में संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं को बधाई और शुभकामना दी। उन्होंने अभूतपूर्व स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं का आभार प्रगट किया।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि पांच साल हमने संघर्ष किया तो हमें 15 साल के कुशासन से मुक्ति मिली। जिन लोगों ने कांग्रेस भवन में पीटकर हमें बाहर किया था, छत्तीसगढ़ की जनता ने खुद उन्हें पीटकर बाहर कर दिया। दो माह बाद लोकसभा चुनाव है। हमें प्रदेश की 11 में से 11 सीटें जीतकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है।
कार्यक्रम में विधायक शैलेष पांडेय, विधायक रश्मि सिंह ठाकुर, अनेक पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और प्रदेश, जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी उपस्थित थे। स्वागत भाषण में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने अन्य पदाधिकारियों के साथ बघेल का स्वागत किया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी, प्रवक्ता अभय नारायण राय और ऋषि पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया। जिले भर से कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे थे।