रायपुर : इन दिनों राजनीतिक पृष्ठभूमि में प्रदेश में मरवाही उपचुनाव तो देश में बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) का शोर है. चुनावी बिगुल बजने के बाद से ही प्रमुख पार्टियां चुनाव प्रचार के लिए दमखम के साथ उतर गई है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मरवाही के साथ-साथ बिहार विधानसभा चुनाव का भी मोर्चा संभाल रहे हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को बिहार चुनाव के प्रचार के लिए पटना पहुंचे. बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में सीएम भूपेश बघेल का जोरदार स्वागत किया गया. बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में भूपेश बघेल ने बिहार कांग्रेस का प्रचार गीत “बोले बिहार, बदलें सरकार” लॉन्च किया. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार की 70 सीटों में से 50 सीट जीतने का दावा किया.

“कांग्रेस जो कहती है वो करके दिखाती है”

सीएम भूपेश ने कहा, कांग्रेस जो कहती है वो करके दिखाती है. कांग्रेस पार्टी झांसा देकर वोट नहीं लेती है. बिहार में इस बार बदलाव होना तय है. महागठबंधन का सत्ता में आना तय है. बिहार में कांग्रेस सत्तर सीटों में से कम से कम 50 सीटों पर जीतेगी.

 

“किसानों के जीवन में क्या अंतर आया?”

भूपेश बघेल ने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘पल्टूराम’ की संज्ञा दी. उन्होंने एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार के प्रदेश के किसानों के लिए लिए गए फैसलों का बखान किया तो दूसरी तरफ नए कृषि बिल को लेकर आगाह किया. भूपेश बघेल कहा कि सुशासन बाबू बताएं कि 2006 में मंडी एक्ट खत्म करने के बाद बिहार के किसानों के जीवन में क्या अंतर आया?

“कृषि कानून से उद्योगपतियों को फायदा”

सीएम बघेल ने कहा, नए कानून से देश के केवल 4-5 बड़े उद्योगपतियों को फायदा होगा. जो रेट तय करेंगे. बाकि मझौले व्यापारी उनके एजेंट बनकर रह जाएंगे. उन्होंने कहा कि पूंजीपति किसानों से ज़मीन लंबे लीज़ पर ले लेंगे और मेड़ों को समाप्त कर देंगे जिसके बाद 10-15 साल बाद किसान अपनी ज़मीन नहीं पहचान पाएंगे. भूपेश बघेल ने इसे किसानों को अपने खेतों में मज़दूर बनाने की साज़िश करार दिया.

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