कोटा नगर पंचायत में कोल डिपो प्लांट संचालन से वहां आसपास रहने वाले लोगों को ध्वनि और वायु प्रदूषण जैसी समस्याएं हो रही है। इसे बंद कराने को लेकर कुछ ग्रामीण सोमवार कलेक्टोरेट पहुंचे और ई-मेल के माध्यम से कलेक्टर को ज्ञापन दिया। इस प्लांट को बंद करने के लिए एनजीटी का आदेश दो माह पुराना है, जिसका पालन नहीं किया जा रहा है।

मेसर्स ओमेक्स मिनिरल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, कोल डिपो के प्लांट संचालन से हो रही समस्या की शिकायत लेकर कोटा नगर पंचायत के लोग कलेक्टोरेट पहुंचे। शिकायतकर्ता में शामिल कोटा के वार्ड नं 3 के पार्षद नरेन्द्र गोस्वामी ने बताया कि कोल डिपो के संचालन को बंद कराने उन्होने कई बार कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन दिया है लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है। उनका कहना है कि इसकी शिकायत एनजीटी दिल्ली में की गई। इसके बाद एनजीटी ने आदेश जारी कर प्लांट को बंद कराने का निर्देश दिया। अन्य शिकायतकर्ता ने बताया इस प्राइवेट कंपनी का नगर पंचायत से भी एनओसी नहीं है। इनका एनओसी रद्द कर बिजली का कनेक्शन काट दिया गया, साथ ही जनरेटर को सील किया जा चुका है।  उन्होंने बताया इस प्लांट के माध्यम से अभी भी ध्वनि और वायु प्रदुषण फैल रहा है। इसलिए यहां लोगों का रहना दुभर हो गया है। शिकायतकर्ताओं में बसंत वैष्णव, पवन साहू, सुजीत नामदेव, पार्षद नरेन्द्र गोस्वामी के साथ अन्य निवासी शामिल रहे।

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