मनरेगा मजदूरों के बच्चों को भी मिलेगी छात्रवृत्ति

बिलासपुर। कलेक्टर डॉ.संजय अलंग ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि उड़नदस्ता सुनिश्चित करें कि किसी भी केन्द्र में नकल न होने पाये। इसके साथ ही उड़नदस्ता ये ध्यान रखें कि उनके निरीक्षण से किसी भी परीक्षार्थी को व्यवधान उत्पन्न न हो।

उड़नदस्ता निरीक्षण के दौरान अपना मोबाईल बंद रखें साथ ही परीक्षा कक्ष में ड्यूटी में लगे शिक्षक से अनावश्यक बात न करें। परीक्षा केन्द्र में यदि कोई अव्यवस्था है तो उसे निरीक्षण पंजी में दर्ज करें। दल के सदस्य ये भी देखें कि प्रश्न पत्रों का प्रमाणीकरण किया गया है कि नहीं। उड़नदस्ता का उद्देश्य नकल की प्रवृत्ति पर रोक लगाना है। किसी भी सूरत में परीक्षा केन्द्र में नकल नहीं होनी चाहिये।

कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि परीक्षार्थियों पर परीक्षा का तनाव न हो इसके लिये उनकी काउंसिलिंग की व्यवस्था करें। उन्होंने तनाव कम करने के लिये हेल्पलाईन नंबर भी जारी करने के निर्देश दिये।  बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि उड़नदस्ता के 9 दलों का गठन कर लिया गया है, जो विभिन्न केन्द्रों में जाकर व्यवस्था का जायजा लेंगे और नकल पर नियंत्रण रखेंगे।

कलेक्टर ने नये सत्र में हितग्राही सभी विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत छात्रवृत्ति का लाभ मिले, इसके साथ ही श्रम विभाग योजनांतर्गत मनरेगा में कार्यरत मजदूरों के पढ़ने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति दिलाना सुनिश्चित करने भी कहा।

बैठक में कलेक्टर ने लोकसेवा गारंटी के तहत समय पर कार्य न करने वालों पर तत्काल जुर्माना लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने गोठान निर्माण में किये गये कार्य की प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश  दिया। कलेक्टर ने मार्कफेड के अधिकारियों से संग्रहण केन्द्रों में धान के स्टॉक और उठाव की भी जानकारी ली। बैठक में सहायक कलेक्टर कुणाल दुदावत, संयुक्त कलेक्टर एस.के.गुप्ता सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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