बिलासपुर। एनएसयूआई की ओर से भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए सिविल लाइन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव लक्की मिश्रा के नेतृत्व में सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि देश इस समय कोरोना की भीषण महामारी से लड़ रहा है और भाजपा प्रवक्ता ऐसे मौके पर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153A, 298 और 505 के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिये। पात्रा ने अपने सोशल मीडिया ट्विटर पर दो पूर्व प्रधानमत्रियों स्व. जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं। नेहरू पर कश्मीर समस्या और राजीव गांधी पर बोफोर्स प्रकरण को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गई हैं।
शिकायत में कहा गया है कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों को किसी भी भ्रष्टाचार या दंगे में कभी भी दोषी नहीं ठहराया गया है। जब देश बड़ी चुनौतियों से गुजर रहा है तो इस तरह की सामग्री को ट्वीट किया जाना न केवल विभिन्न धार्मिक समूहों, समुदायों के बीच सद्भाव के रखरखाव के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण है, बल्कि सार्वजनिक समरसता को भंग करता है। इसके अलावा ट्वीट पढ़ने से यह स्पष्ट हो जाता है कि यह एक विशेष धर्म की धार्मिक भावनाओं को ठेस पाहुचने के इरादे से बनाया गया है। इस बात की भी संभावना है कि इस ट्वीट से समुदाय विशेष में डर पैदा हो सकता है और समुदाय के किसी भी व्यक्ति को राज्य के खिलाफ या सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराध करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। इसमें पूर्व प्रधानमंत्रियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग गया है। इस बात की प्रबल संभावना है कि यह किसी भी वर्ग या समुदाय के लोगों को किसी अन्य वर्ग या समुदाय के खिलाफ कोई भी अपराध करने के लिए उकसा सकता है। ज्ञापन सौंपने वालों में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष तनमीत छाबडा, प्रदेश सहसचिव अर्पित केशरवानी, सोहराब खान,विकास श्रीवास्तव, ईलु शामिल हैं।