उच्च न्यायालय प्रांगण में वृहद वृक्षारोपण
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आर.पी.रामचन्द्र मेनन का मानना है कि पौधारोपण से ज्यादा महत्व उसकी सुरक्षा और उसकी देखभाल है। हाईकोर्ट परिसर में आयोजित वृहद वृक्षारोपण समारोह में उन्होंने कहा कि हम सबको कम से कम एक पौधा रोपने और उसके संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य आने के पूर्व उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि पौधारोपण और हरियाली छत्तीसगढ़ की विशिष्ट पहचान है। इस बात की पुष्टि तब हुई, जब नया रायपुर में उन्होंने इसका अवलोकन किया। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों तथा आम जनता से आह्वान किया कि वे पर्यावरण की सुरक्षा और अपनी सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने एक-एक पौधे का संरक्षण और संवर्धन करना सुनिश्चित करें।
वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पी.सेम कोसी, प्रशांत कुमार मिश्रा, मनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। हाईकोर्ट के सभी जजों ने वृक्षारोपण किया। कलेक्टर डॉ. संजय अलंग, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, मुख्य वन संरक्षक एस. एल. रात्रे ने भी वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल नीलम चन्द सांकला, रजिस्ट्रार विजिलेंस दीपक कुमार तिवारी, रजिस्ट्रार आईएण्डई संजय कुमार जायसवाल, रजिस्ट्रार ज्युडिशियल अरविंद कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार (एसएण्डए सेल) संतोष शर्मा, एडिशनल रजिस्ट्रार संतोष कुमार तिवारी, एडिशनल रजिस्ट्रार (डी.ई.एण्ड ई) पंकज शर्मा, ओएसडी/सीपीसी शहाबुद्दीन कुरैशी, सेक्रेटरी एचसीएलएससी बी.पी.एस.त्यागी, एडिशनल रजिस्ट्रार (एडएमएन) अतुल कुमार श्रीवास्तव, महाधिवक्ता कार्यालय के अधिवक्ता, स्टेट बार काउंसिल के पदाधिकारी तथा राज्य शासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।