सहकारी समितियों से कोई भी कर सकेगा वर्मी खाद की खरीदी, किसानों को अनुदान भी मिलेगा
बिलासपुर। गोधन न्याय योजना के तहत जिले में अभी तक 329 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। गोबर बेचने वालों को उनके खाते में 5 अगस्त से राशि ऑनलाइन जमा की जायेगी।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने आज गोधन न्याय योजना की समीक्षा के लिये बैठक रखी थी। उन्होंने गौठानों में गोबर को सुरक्षित रखने कहा है। गोबर खरीदी का भुगतान उन स्व सहायता समूहों और गौठान समितियों के खाते से होगा जो वर्मी कम्पोस्ट बनायेंगे। इन समितियों का पंजीयन पंजीयक सहकारी समिति के पास कराया जाना है। वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिये स्व सहायता समूहों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा। गोठान में इसका स्टाक रखा होगा। सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री की जायेगी, जिसे कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है। ऋणी किसानों को इस पर अनुदान का लाभ भी मिलेगा। कृषि, उद्यानिकी और वन विभाग के लिये इस वर्मी कम्पोस्ट की खरीदी अनिवार्य है।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन गांवों में गौठान नहीं बने हैं, वहां गोचर भूमि में अस्थायी घेरा बनाकर गायों को रखा जाये और चरवाहों की व्यवस्था की जाये।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर, नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय, संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।