बिलासपुर। आदिवासी विकास परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष संतकुमार नेताम ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही पुलिस को आवेदन देकर पूर्व विधायक अमित जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। नेताम ने कहा कि एसपी उनकी बात सुनने के लिये तैयार नहीं हुए वे जोगी परिवार के प्रभाव में हैं।
नेताम ने एसपी के नाम दिये गये आवेदन में कहा है कि 17 जून 2020 को की गई मेरी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति ने अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र 15 अक्टूबर को निरस्त कर दिया है। इस प्रकरण में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग अधिनियम 2013 के अंतर्गत आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का प्रावधान है। आदिवासी वर्ग के हितों की रक्षा के लिये पुलिस अमित जोगी पर एफआईआर दर्ज करे।
नेताम ने कहा कि इस आवेदन को लेकर वे पुलिस अधीक्षक से मिले तो उन्होंने आवेदन लेने से इन्कार कर दिया, आवेदन को पढ़ने और उनकी बात सुनने से भी उन्होंने इन्कार कर दिया। इसके बाद वे अपमानित महसूस कर रहे हैं। गौरेला एसपी जोगी परिवार के प्रभाव में दिखाई दे रहे हैं। नेताम ने बताया कि उन्होंने आवेदन को एसपी कार्यालय में देकर उसकी पावती ले ली है।