डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने निरीक्षण कर संस्थान के विकास पर अफसरों से की चर्चा
बिलासपुर। उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज कोनी स्थित आदर्श आईटीआई का निरीक्षण किया। शर्मा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर इस पुराने संस्थान की गरिमा को पुनःस्थापित करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक सुशांत शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान कलेक्टर अवनीश शरण सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
वर्तमान में लगभग 1200 विद्यार्थी इसमें विभिन्न प्रकार के 33 ट्रेडों में पढ़ाई कर रहे हैं। शर्मा ने विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण कर पढ़ाई कर रहे बच्चों से बातचीत की। उन्होंने इस संस्थान के विकास को लेकर अधिकारियों की बैठक भी ली। उपमुख्यमंत्री को निरीक्षण के दौरान बताया गया कि बच्चों की सुविधा के लिए एक और हॉस्टल बनाये जाने की जरूरत है। फिलहाल केवल सवा सौ छात्र-छात्राओं के लिए दो हॉस्टल सुविधा है, जो अपर्याप्त है। उन्होंने संचालित इन दोनों छात्रावासों में मेस सुविधा भी शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने समय की मांग के अनुरूप नये ट्रेड्स खोलने की जरूरत भी बताई। जिन ट्रेड्स में रोजगार एवं नौकरी की संभावना नहीं है, उन्हें बंद करने का प्रस्ताव भी संचालनालय भेजने को कहा। आईटीआई 60 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है। इसके सामने के कुछ हिस्से को व्यावसायिक उद्देश्य के लिए परिवर्तित कर संस्थान की आमदनी बढ़ाई जा सकती है। शर्मा ने कहा कि चूंकि यह एशिया की सबसे पहली आईटीआई के रूप में पहचान रखती है। इसलिए इसे हैरिटैज बिल्डिंग के रूप में संरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने संस्थान के परिसर की साफ-सफाई करने का निर्देश भी दिया।
उल्लेखनीय है कि कोनी स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र स्वतंत्रता के पूर्व से संचालित है। द्वितीय विश्व युद्ध के समय इसकी स्थापना रसद एवं गोलाबारूद रखने के लिए की गई थी।