शव 48 घंटे बाद महानदी में तैरता मिला मछुआरे को
जांजगीर-चांपा। करही गांव के उपसरपंच महेंद्र बघेल की गुमशुदगी के दो दिन बाद उनका शव महानदी से बरामद हुआ। बिर्रा पुलिस ने सरपंच पति राजकुमार साहू समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि रेत के अवैध खनन की राशि में बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद उपसरपंच की गला दबाकर हत्या कर दी गई।
यह वारदात 6 सितंबर की है। उसी दिन से उपसरपंच लापता थे। परिजनों ने 7 सितंबर को बिर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। जब 36 घंटे तक कोई सुराग नहीं मिला, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने बिर्रा चौक पर चक्काजाम कर दिया। इसके बाद पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर 7 संदिग्धों को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होने योजनाबद्ध तरीके से शराब पिलाने के नाम पर मृतक को बुलाया था और जमकर शराब पिलाने के बाद हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बरेकेल पुल से महानदी में फेंक दिया गया था।
शव की तलाश के लिए पुलिस ने DDRF और ड्रोन की मदद ली, लेकिन पहले दिन कुछ हाथ नहीं लगा। देर शाम खोज बंद करनी पड़ी। बाद में एक मछुआरे ने नदी के बीच शव देखा। सूचना मिलते ही फिर से रेस्क्यू शुरू हुआ और देर रात करीब 11:30 बजे शव बाहर निकाला गया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।