बिलासपुर। सिक्खों के नवमें गुरु तेगबहादुर साहिब का पावन शहीदी परब श्रद्धा, प्रेम और सत्कार के साथ गुरुनानक दयालबंद में मनाया गया। इस अवसर पर हजूरी रागी जत्था भाई अमरजीत सिंघ, हरजीत सिंघ, हरमन शाहबाद ने कथा कीर्तन से साध संगत को निहाल किया।
भाई हरजीत सिंघ ने गुरु तेगबहादुर की जीवनी के पल को साध संगत के साथ साझा किया। समापन अवसर पर अरदास, प्रसाद तथा गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। यह समागम लगातार चार दिनों तक चला।
मालूम हो कि औरंगजेब द्वारा गुरु तेगबहादुर साहिब तथा उनके साथी सती दास, मती दास तथा दयाला को चांदनी चौक दिल्ली में शहीद किया गया था। इस जगह पर आज गुरुद्वारा शीशगंज साहिब विद्यमान है।
इन चार दिनों में सिक्ख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने गुरु दरबार में माथा टेका और लंगर ग्रहण किया।