बिलासपुर। रतनपुर कोटा बिल्हा, मस्तूरी और आसपास के कई गांवों में बीते एक सप्ताह से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है। अब तक 500 से ज्यादा मरीज अस्पतालों में भर्ती कराए जा चुके हैं। इलाज के बाद मरीज को छुट्टी दी जा रही है, उसके बाद फिर नए केस आ रहे हैं। एक युवती की मौत भी हो चुकी है। रतनपुर में 70 से अधिक मरीज अस्पतालों में इलाज के लिए लाए जा चुके हैं। कल 20 और केस मिले हैं। कोटा के भी तीन-चार वार्डो में उल्टी दस्त के मरीज मिले हैं। प्रभावित ग्रामों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घरों में दस्तक देकर मरीज का पता लगा रहे हैं। रतनपुर में मरीजों की संख्या दूषित पानी पीने से बढ़ रही है। 
उप मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री अरुण साव ने रविवार को रतनपुर सामुदायिक अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने पीड़ित मरीजों से मुलाकात की और इलाज की जानकारी ली। फिलहाल 31 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने प्रत्येक मरीज का अच्छा इलाज करने का निर्देश डॉक्टरों को दिया। साव ने डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक भी इसे लेकर की। एसडीएम ने डायरिया नियंत्रण के लिए की गई प्रशासनिक व्यवस्था से अवगत कराया। साव ने कहा कि प्रशासन सजग है। घर-घर जाकर मरीजों की पहचान की जा रही है । जिनमें लक्षण दिख रहे हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। उम्मीद है बहुत जल्दी नियंत्रण हो जाएगा । इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे, एसडीएम युगल किशोर उर्वशा, बीएमओ मिथिलेश गुप्ता, तहसीलदार पंकज सिंह, अस्पताल प्रभारी डॉ. विजय चंदेल सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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