नगर-निगम और जिला प्रशासन की मदद से चल रहा लार्वा नियंत्रण के लिए अभियान

बिलासपुर। जिला अस्पताल को डेंगू सेंन्टिलन साइट के रूप में राज्य शासन ने चिन्हित किया है, जहां पर डेंगू मरीजों की पुष्टि के लिए इलिसा (ईएलआईएसए) द्वारा जांच की जा रही है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जिले के सभी नर्सिंग होम एवं पैथोलैब को निर्देशित किया गया है कि डेंगू के सभी शंकास्पद सैंम्पल को पुष्टि के लिए जिला अस्पताल में भेजें।

वर्तमान में जिले के सभी नर्सिंग होम एवं पैथोलैब एव अपोलो अस्पताल से सैम्पल जिला अस्पताल में पुष्टि हेतु प्रेषित किया जा रहा है।

सीएमएचओ ने बताया कि सभी स्वास्थ्य कर्ताओं द्वारा सघन मॉनिटरिंग एवं सपोर्टिव सुपर विजन का कार्य जिला स्तर पर निरन्तर किया जा रहा है। डेंगू के बचाव हेतु सभी विकासखंडों एवं बिलासपुर शहर में सोर्स रिडक्शन एक्टिविटीज सम्पादित कराई जा रही है। इसके तहत घरों के आसपास के क्षेत्रों में पानी नहीं होने देने की सलाह दी जा रही है एवं नगर निगम को लार्वी साइडल टेमेफास उपलब्ध कराकर छिड़काव किया जा रहा है ताकि ब्रिडिंग साइट को नष्ट किया जा सके।

कोई भी शंकास्पद प्रकरण पाए जाने पर नगर निगम के साथ समन्वय स्थापित कर टेमेफास का छिड़काव कराया जा रहा है। अति गंभीर मरीज को 108 की सहायता से जिला अस्पताल रेफर करने हेतु सभी विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

इसी तरह से बिलासपुर शहर के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला अस्पताल में एनएसआई एंटिजन किट उपलब्ध कराया गया है। बिलासपुर शहर की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं एवं जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी एवं आरएमए को डेंगू के उपचार हेतु जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया है। जिले में सोर्स रिडक्शन के तहत गड्ढे पाटने एवं मच्छर के लार्वा को नष्ट करने का कार्य किया जा रहा है।

 

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