बिलासपुर। अचानमार अभयारण्य का मशहूर खोजी कुत्ता सिम्बा अपनी उम्र जी लेने के बाद इस संसार से विदा हो गया। उसने दर्जनों मामलों को सुलझाने और अपराधियों को पकड़ने में पुलिस और वन विभाग की सात साल सेवा की।
30 जनवरी 2015 को जन्मे सिम्बा को एटीआर में 18 सितंबर 2017 में तैनात किया गया था। उनसे टेकनपुर, ग्वालियर के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग में विशेष प्रशिक्षण लिया था, उसके बाद एटीआर की इन्वेस्टिगेशन टीम में शामिल किया गया था। कई बार पुलिस विभाग को भी उसकी जरूरत पड़ी। ड्यूटी के दौरान बेल्जियम मेलिनोइस प्रजाति के सिम्बा ने वन्यजीवों के शिकार, चोरी, अपहरण, हत्या के 62 मामलों को सुलझाने में मदद की। कई मामलों में उसने सीधे अपराधियों को दबोच लिया। पिछले साल उम्रदराज होने के बाद उसे सेवानिवृत्त कर दिया गया था और उसकी देखभाल में वनरक्षक सुरेश नवरंग को लगाया गया था। सोमवार को मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार शिवतराई स्थित इंटरप्रिटेशन सेंटर में किया गया।