बिलासपुर। कांग्रेस के डॉ . के के ध्रुव ने मरवाही के प्रतिष्ठा पूर्ण उपचुनाव में जीत हासिल कर ली है। उन्होंने मरवाही से चार बार विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और एक बार विधायक बने अमित जोगी से भी अधिक वोट लेकर इस चुनाव में जीत दर्ज की उन्हें 83,561 वोट मिले। हालांकि 2003 के चुनाव में अजीत जोगी 69.72 फ़ीसदी और 2013 में अमित जोगी 58.80 फीसदी वोट लेकर जीते थे। इस बार कांग्रेस को 56.0 9 प्रतिशत वोट मिले हैं। इस तरह वोट प्रतिशत के मामले में डॉ . ध्रुव पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और अमित जोगी का रिकॉर्ड ब्रेक नहीं कर सके।मरवाही विधानसभा सीट का उपचुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा पूर्ण चुनाव था। जिसमें प्रदेश में सरकार चला रही कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। इस चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतरे डॉ. के के ध्रुव अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ रहे थे और सरकारी चिकित्सक के पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद सियासी मैदान में पहली बारअपनी किस्मत आजमा रहे थे। इस चुनाव में उन्हें 83,561 वोट मिले और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार डॉ. गंभीर सिंह को 38,197 वोट के अंतर से हराया । इस चुनाव में कांग्रेस के डॉ. ध्रुव को मरवाही में 2003 के बाद हुए सभी चुनाव में अब तक के सबसे अधिक वोट मिले हैं ।

2003 और उसके बाद हुए सभी चुनाव में इस सीट पर जोगी परिवार का कब्जा रहा है। हालांकि 2018 के पिछले चुनाव को छोड़कर हर बार वे कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतरते रहे हैं। वे भी इतने वोट हासिल नहीं कर सके थे। 2003 के चुनाव में अजीत जोगी को 76,269 वोट मिले थे।जब उन्होंने 54,150 वोट के अंतर से भाजपा के नंदकुमार साय को हराया था। इसी तरह 2008 के चुनाव में अजीत जोगी को 67,523 वोट मिले और इस बार भाजपा के ध्यान सिंह पोर्ते को उन्होंने 42,092 वोट के अंतर से हराया था ।2013 के चुनाव में अमित जोगी 82,909 वोट लेकर जीते थे। उन्होंने भाजपा के समीरा पैकरा को 46,250 के अंतर से हराया था। 2018 के पिछले चुनाव में अजीत जोगी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे ) के उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे। तब उन्हें 74,041 वोट मिले थे और उन्होंने भाजपा की अर्चना पोर्ते को 46,462 पोर्ट से हराया था।

इस तरह 2003 के बाद हुए मरवाही के चुनाव में अब तक सबसे अधिक वोट 83 हजार 561 वोट लेकर कांग्रेस के डॉ. के के ध्रुव ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लेकिन मत प्रतिशत के हिसाब से वे अजीत जोगी से पीछे रहे। अजीत जोगी को 2003 में 69.7 दो प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस के डॉक्टर के के ध्रुव को 56 . 09 प्रतिशत वोट मिले हैं। इसी डॉ. के के ध्रुव जीत के अंतर का रिकॉर्ड भी नहीं तोड़ सके। अजीत जोगी ने जहां 2003 में 54,150 , 2008 में 42,0 92 , 2013 में अमित जोगी ने 46,250 और 2018 में अजीत जोगी ने 46,462 वोट के अंतर से जीत हासिल की थी। वहीं इस बार डॉ. के के ध्रुव को भाजपा के मुकाबले 38,197 वोट अधिक मिले हैं।

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