बिलासपुर। कोटा की विधायक व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने कहा है कि उनकी पार्टी का कांग्रेस में विलय नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी के एक विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर का रुझान भाजपा की ओर है जबकि बाकी दो विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा कांग्रेस की तरफ हैं।

पेंड्रा प्रवास पर पहुंची डॉ. जोगी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के विलय की बात कांग्रेस से नहीं चल रही है। वह जहां हैं, वहीं खुश हैं। हमारे काम भी हो रहे हैं। मैं जहां भी रही हूं पूरी निष्ठा के साथ रही हूं। कांग्रेस को भी मैंने परिवार के दबाव के बावजूद तब तक नहीं छोड़ा जब तक मेरी टिकट नहीं काटी गई।

डॉ. जोगी ने कांग्रेस में चल रहे सियासी दांवपेंच की चर्चा करते हुए कहा कि पहले उनका आपसी मतभेद सुलझ जाये फिर देखते हैं। राजनीति में समीकरण बनते-बिगड़ते रहते हैं। विलय की फिलहाल कोई संभावना नहीं है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस विधायकों का काफिला जब दिल्ली पहुंचा था तब डॉ. रेणु जोगी भी अलग से दिल्ली दौरे पर थीं। उन्होंने बताया था कि वे सोनिया गांधी से मिलने गई थीं। साथ ही यह कहा था कि कांग्रेस में पार्टी के विलय पर उनसे कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि कांग्रेस के भीतर ही अंदरुनी उठापटक का माहौल था। ऐसे माहौल में उनके कांग्रेस में जाने पर कोई चर्चा करना उचित नहीं था। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए डॉ. रेणु जोगी ने कहा था कि सोनिया गांधी जब कहेंगीं वे कांग्रेस में आ सकती हैं।

विधानसभा में इस समय जेसीसी (जे) के चार विधायक हैं। हालांकि 2018 के चुनाव में पांच विधायकों ने जीत दर्ज की थी। स्व. अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही उप-चुनाव से कांग्रेस के डॉ. केके ध्रुव विजयी हुए जबकि जोगी परिवार से किसी को भी यहां से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पाया था।

 

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