कॉलेज के छात्र, युवा प्रोफेशनल और कारोबारी इनके ग्राहक
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को उजागर किया है। 22 अगस्त 2025 को कबीरनगर थाना पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में 273.19 ग्राम हेरोइन के साथ 5 आरोपियों, जिसमें 2 युवतियां शामिल हैं, को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई रायपुर पुलिस की नशे के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है, जिसके तहत अगस्त 2025 में अब तक कुल 27 ड्रग तस्करों को पकड़ा जा चुका है।
22 अगस्त 2025 की कार्रवाई
कबीरनगर थाना पुलिस ने 22 अगस्त को एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें मनमोहन सिंह, जसप्रीत कौर, दिव्या जैन, विजय मोटवानी और नितिन पटेल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गैंग लंबे समय से रायपुर में ड्रग्स की सप्लाई चेन संचालित कर रहा था। जब्त की गई 273.19 ग्राम हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये आंकी गई है।
अगस्त 2025 में अन्य कार्रवाइयां
अगस्त 2025 में रायपुर पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयां कीं, जो इस नेटवर्क की गहराई और विस्तार को दर्शाती हैं:
- 4 अगस्त 2025: पाकिस्तान-पंजाब कनेक्शन का खुलासा
टिकरापारा थाना क्षेत्र के कमल विहार सेक्टर-4 में पुलिस ने 412.87 ग्राम हेरोइन (मूल्य लगभग 1 करोड़ रुपये) के साथ 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी लवजीत सिंह उर्फ बंटी (पंजाब के गुरदासपुर निवासी) और सुवित श्रीवास्तव (रायपुर निवासी) ने पूछताछ में खुलासा किया कि यह नेटवर्क पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाकर पंजाब के रास्ते रायपुर तक सप्लाई करता था। पुलिस ने क्रेटा कार, मोबाइल फोन, तौल मशीन, सिल्वर रोल पेपर, और अन्य सामग्री भी जब्त की। इस ऑपरेशन में लक्ष्य परिफल राघव, अनिकेत मालाधरे, मनोज सेठ, मुकेश सिंह, जुनैद खान उर्फ सैफ चिला और राजविंदर सिंह उर्फ राजू भी पकड़े गए। - 11 अगस्त 2025: 8 और गिरफ्तार
3 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स केस में पुलिस ने 8 और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिससे इस मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 19 हो गई। पूछताछ में एक ड्रग्स पैडलर ने खुलासा किया कि रायपुर में इस नेटवर्क के 300 से ज्यादा ग्राहक हैं, जिनमें कॉलेज छात्र, युवा पेशेवर और कारोबारी शामिल हैं। पुलिस इन ग्राहकों की सूची तैयार कर रही है, और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), और एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS) भी जांच में शामिल हैं। - 16 अगस्त 2025: वायरल वीडियो से पकड़े गए 4 युवक
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ युवक-युवतियां ड्रग्स का सेवन करते दिखे, जिसके बाद पुलिस ने चार युवकों—चंदन सोनकर, रितेश सोनी, शिवम धीवर, और तैफीउद्दीन—को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और 2-2 लाख रुपये का बाउंड ओवर लगाया गया। टीनएजर्स की काउंसलिंग कर उन्हें अभिभावकों को सौंप दिया गया। हालांकि, वीडियो में दिख रही एक युवती का अभी तक पता नहीं चल सका है। - 19 अगस्त 2025: दो और पैडलर पकड़े गए
टिकरापारा थाना क्षेत्र में दो ड्रग्स पैडलर, प्रदीप गेंडरे और फरहान रजा, को मोमिनपारा और गोगांव-गुढ़ियारी से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से दो मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड और पासबुक जब्त की गई। पूछताछ में पता चला कि ये आरोपी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए ऑर्डर लेते थे और ड्रग्स की बिक्री से प्राप्त रकम उनके खातों में ट्रांसफर की जाती थी। इस कार्रवाई के बाद कुल गिरफ्तारियों की संख्या 22 हो गई।
कई राज्यों व महानगरों से तार जुड़े
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह ड्रग्स नेटवर्क न केवल रायपुर तक सीमित है, बल्कि इसके तार दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, और उत्तर प्रदेश से भी जुड़े हैं। मुख्य सरगना लवजीत सिंह ने स्वीकार किया कि हेरोइन की खेप अफगानिस्तान से मंगवाई जाती थी, जिसे पाकिस्तानी तस्करों की मदद से भारत-पाक सीमा तक लाया जाता था। व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए ऑर्डर लिए जाते थे, और ड्रग्स की डिलीवरी वीडियो कॉल या कोड वर्ड्स के जरिए तय स्थानों पर की जाती थी।
रायपुर पुलिस, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (ACCU), और अन्य केंद्रीय एजेंसियां इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए लगातार छापेमारी और तकनीकी जांच कर रही हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि यह अब तक का सबसे संगठित अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क है, जिसका बेस रायपुर को बनाया गया था।