बिलासपुर। जिले में कम बारिश के कारण धान बोनी का काम पिछड़ गया है। इस बार पिछले साल से 15 फीसदी तक ही बारिश हुई है, जिसके चलते रोपाई और थरहा से बोने का काम केवल 35 प्रतिशत ही हो पाया है। सीधे बोताई करने वाले किसानों की बोनी काम लगभग पूरा हो गया है।

उप संचालक कृषि बिलासपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में इस बार धान फसल दो लाख 12 हजार हेक्टेयर में लेने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक सिर्फ 15 लाख 48 हेक्टेयर में ही बोनी हो पाई है। धान बोता एक लाख 18 हजार 458 हेक्टेयर में यानि 97.10 प्रतिशत हो चुकी है पर रोपा सिर्फ 31 हजार 590 हेक्टेयर में पूरा हो पाया है जो  सिर्फ  35.10 प्रतिशत है।  किसानों ने रोपाई के लिए इस बार 6 हजार हेक्टेयर में अग्रिम नर्सरी डाली है।

कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान स्थिति में धान फसल की स्थिति सामान्य है। वर्षा पर्याप्त नहीं होने से रोपा और बियासी का कार्य धीमी गति से हो रहा है। शेष फसल मक्का, दलहन, एवं तिलहनी फसलों की स्थिति अनुकूल है।

बिलासपुर जिले  में एक जून  से अब तक कुल वर्षा 391.90 मि.मी.हुई है। यह गतवर्ष की वर्षा 461.2 मि.मी.से 15 प्रतिशत कम है। हालांकि पिछले तीन दिनों में कहीं-कहीं खण्ड वर्षा हुई है।
जिले में मक्का फसल की बोनी के लक्ष्य 38 सौ हेक्टेयर के विरुद्ध 2500 हेक्टेयर में बोनी हो चुकी है जो 66 प्रतिशत है। इस प्रकार जिले के खरीफ 2019 क्षेत्राच्छादन के कुल लक्ष्य 226920 हेक्टेयर के विरुद्ध अब तक 156334 हेक्टेयर में खरीफ फसलों का बोआई का कार्य पूर्ण हो चुका है। यह लक्ष्य का 69 प्रतिशत है। कृषि विभाग का कहना है कि धान एवं अन्य फसलों में कीट व्याधि का प्रकोप नहीं पाया गया है।

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