बिलासपुर। शिक्षा विभाग में पदोन्नति और पोस्टिंग घोटाले की जांच के दौरान नया विवाद खड़ा हो गया है। निलंबित क्लर्क विकास तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने जेडी कार्यालय के सहायक संचालक भूपेन्द्र कौशिक को अपने पक्ष में बयान देने के लिए दबाव डाला। जब सहायक संचालक ने इनकार किया, तो तिवारी ने उन्हें धमकी दी कि वह उन्हें पद से हटवा देंगे। इस घटना की शिकायत सहायक संचालक ने संयुक्त संचालक (जेडी) और जांच अधिकारी जेपी रथ से की है।

2023 में बिलासपुर संभाग के 799 शिक्षकों की पदोन्नति और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार की शिकायत पर निलंबित जेडी एसके प्रसाद और क्लर्क विकास तिवारी को सस्पेंड किया गया था। घोटाले में लाखों रुपये की लेन-देन के आरोप हैं।

दूसरी ओर, शिकायतकर्ता नरेन्द्र राय, जिन्होंने सबसे पहले घोटाले की शिकायत की थी, को जांच में शामिल होने का पत्र देर से मिला। उन्हें 12 सितंबर को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन पत्र 14 सितंबर को मिला, जिससे वे बयान नहीं दे सके। उन्होंने जांच में लीपापोती का आरोप लगाते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है। राय ने शिक्षा सचिव, मुख्यमंत्री, और जांच अधिकारियों को पत्र लिखकर इस मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की है।

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