Blive digital desk
दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज 1 अगस्त 2025 को चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि आयोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए ‘वोट चोरी’ में शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास इसके ‘पुख्ता सबूत’ हैं, जिन्हें वे जल्द ही सार्वजनिक करेंगे। इस बयान के जवाब में चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को ‘निराधार’ और ‘गैर-जिम्मेदाराना’ करार देते हुए खारिज कर दिया।
हमने 6 माह में एटम बम जैसा सबूत जुटाया- राहुल
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “हमारे पास ठोस सबूत हैं कि चुनाव आयोग वोट चोरी में शामिल है। यह कोई हल्का आरोप नहीं है, बल्कि 100 प्रतिशत पुख्ता प्रमाण के साथ कह रहा हूं। जब हम इसे सामने लाएंगे, तो पूरे देश को पता चलेगा कि आयोग बीजेपी के लिए वोट चोरी कर रहा है।” उन्होंने इसे ‘राष्ट्र के खिलाफ काम’ और ‘देशद्रोह’ तक करार दिया।
राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस ने छह महीने की जांच के बाद ‘एटम बम’ जैसा सबूत जुटाया है, जो चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को हिला देगा। उन्होंने विशेष रूप से बिहार में चल रही विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया और कर्नाटक व महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित अनियमितताओं का जिक्र किया। राहुल ने कहा, “मध्य प्रदेश, लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हमें शक हुआ। हमने कर्नाटक की एक लोकसभा सीट का गहराई से अध्ययन किया और भयंकर चोरी का पता लगाया।”
चुनाव आयोग ने प्रेस नोट जारी किया, कहा- निराधार टिप्पणी
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों का तीखा जवाब देते हुए एक बयान जारी किया। आयोग ने कहा, “चुनाव आयोग ऐसी निराधार और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों को नजरअंदाज करता है। हम अपने सभी अधिकारियों से कहते हैं कि वे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करें और ऐसी बयानबाजी पर ध्यान न दें।” आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि मतदाता सूची संशोधन की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को इसकी प्रतियां उपलब्ध कराई जाती हैं।
आयोग ने राहुल के कर्नाटक के दावों पर कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए मतदाता सूची तैयार करने में कोई अपील या कानूनी चुनौती कांग्रेस की ओर से दर्ज नहीं की गई। आयोग ने यह भी जोड़ा कि अगर कोई शिकायत है, तो उसके लिए कानूनी रास्ते खुले हैं, जैसे हाई कोर्ट में याचिका दायर करना।
बिहार में चल रही SIR की प्रक्रिया से असंतोष उभरा
राहुल गांधी का यह बयान बिहार में चल रही मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया (SIR) के बीच आया है, जिसे विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया है। विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर विशेष चर्चा की मांग की है। राहुल ने पहले भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 1 करोड़ नए मतदाताओं के जुड़ने और कर्नाटक में मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप लगाए थे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी राहुल के दावों का समर्थन किया है। सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस के पास कर्नाटक में ‘वोट चोरी’ के सबूत हैं, जो 5 अगस्त को बेंगलुरु में होने वाले विरोध प्रदर्शन के दौरान आयोग को सौंपे जाएंगे।
BJP और सरकार का भी जवाब आया
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल के बयानों को ‘लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश’ बताया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी बार-बार संवैधानिक संस्थानों पर हमला बोल रहे हैं। यह खतरनाक रवैया है और विपक्षी नेताओं ने भी उनकी आलोचना शुरू कर दी है।” बीजेपी नेता विजयेंद्र ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि अगर आयोग बीजेपी के लिए काम करता है, तो कांग्रेस कर्नाटक में 136 विधायकों के साथ सत्ता में कैसे आई?
कांग्रेस का 5 अगस्त को बेंगलुरु में प्रदर्शन
राहुल गांधी 5 अगस्त को बेंगलुरु में एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे, जहां वे कथित ‘वोट चोरी’ के सबूत चुनाव आयोग को सौंपने का दावा कर रहे हैं। विपक्षी गठबंधन बिहार में भी SIR के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन तेज करने की योजना बना रहा है।













