पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने मस्क को ट्यूटोरियल देने का प्रस्ताव रखा

प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अरबपति टेस्ला व एक्स के मालिक एलन मस्क के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म करने की अपील के बाद काग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को भारत के ईवीएम को “ब्लैक बॉक्स” करार दिया। उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट का हवाला दिया , जिससे मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के परिणाम को लेकर हंगामा मचा है।
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं।”
उन्होंने कहा, “जब संस्थाओं में जवाबदेही का अभाव होता है तो लोकतंत्र दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की ओर प्रवृत्त होता है।” उन्होंने समाचार रिपोर्ट का एक अंश पोस्ट किया जिसमें कहा गया है कि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा में विजयी उम्मीदवार का रिश्तेदार ईवीएम से जुड़े फोन का उपयोग कर रहा था।
मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से 48 वोटों से जीतने वाले रविंद्र वायकर के साले मंगेश पंडिलकर पर 4 जून को मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का आरोप है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पंडिलकर ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल NESCO सेंटर में EVM मशीन को अनलॉक करने के लिए जरूरी OTP जनरेट करने के लिए किया था। रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोबाइल फोन को कॉल रिकॉर्ड की जांच करने और यह सत्यापित करने के लिए फोरेंसिक में भेजा गया है कि इसका इस्तेमाल किसी और उद्देश्य से तो नहीं किया गया।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्स पर लिखा कि यह हाईलेवल पर की गई धोखाधड़ी है और @ECISVEEP सो रहा है…। अगर ईसीआई इसमें हस्तक्षेप नहीं करता है तो यह चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बाद सबसे बड़ा चुनाव नतीजा घोटाला होगा और यह लड़ाई अदालतों में जाएगी। इस बेशर्मी की सजा मिलनी चाहिए।
सेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “आश्चर्यजनक रूप से पूरी तरह से समझौता करने वाले चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्र के सीसीटीवी फुटेज को साझा करने से इनकार कर दिया है। मुझे लगता है कि यह एक और चंडीगढ़ जैसी घटना से बचने की कोशिश कर रहा है।”
इस बीच, एलन मस्क ने ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाकर बहस छेड़ दी । उन्होंने एक्स पर लिखा, “हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम हालांकि छोटा है, फिर भी बहुत अधिक है।”
इस पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को यह तर्क दिया कि यह एक सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर है।
 उन्होंने कहा कि भारतीय ईवीएम विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं, सुरक्षित हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं। इसमें कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं। यानी अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं है। फैक्टरी प्रोग्राम किए गए नियंत्रक हैं, जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है। चंद्रशेखर ने मस्क को सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के डिजाइन और निर्माण पर एक ट्यूटोरियल का प्रस्ताव भी दिया। हालांकि मस्क ने इसके जवाब में अपनी चिंता दोहराते हुए कहा कि कुछ भी हैक किया जा सकता है।

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