बिलासपुर। बिलासपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों कोटा, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा एवं मस्तूरी के 763 मतदान केंद्रों में वेब कॉस्टिंग के जरिए निर्वाचन की हर गतिविधियों पर जिला प्रशासन द्वारा नजर रखी जाएगी।
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कुल मतदान केंद्रों के 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेब कॉस्टिंग की जानी है। जिला पंचायत सभाकक्ष में इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी रखी जाएगी। जिले में 763 मतदान केंद्रों में वेब कॉस्टिंग की जा रही है, जिनमें 12 सहायक मतदान केंद्र भी शामिल हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने आज कंट्रोल रूम का जायजा लेकर निगरानी के काम में लगे अधिकारी-कर्मचारी को जरूरी निर्देश दिए। इस अवसर पर निगम कमिश्नर अमित कुमार, सीईओ जिला पंचायत आरपी चौहान मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कोटा विधानसभा क्षेत्र में 101, तखतपुर में 144, बिल्हा में 102, बिलासपुर में 124, बेलतरा में 125 एवं मस्तूरी में 167 मतदान केंद्रों में इस प्रकार कुल 763 मतदान केंद्रों में वेब कॉस्टिंग की जाएगी। कलेक्टर ने कंट्रोल रूम में मौजूद अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि मतदान केंद्रों की निगरानी में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि किसी केंद्र में किसी प्रकार की अव्यवस्था दिखती है तो आप तुरंत पीठासीन अधिकारी को बताएं। किसी की तबीयत बिगड़ने पर भी तत्काल इसकी सूचना दें। व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से संचालन हो रहा है या नहीं इस पर ध्यान दें। इन मतदान केंद्रों में दो-दो कैमरे लगाए गए हैं। पहला कैमरा मतदान केंद्र के भीतर तथा दूसरा बाहर स्थापित किया गया है। कैमरा मतदान प्रकोष्ठ (वोटिंग कम्पार्टमेंट) के विपरीत दीवार पर लगाया गया है। कैमरे को ऐसे प्रस्थापित किया गया है कि किसी भी स्थिति में ईव्हीएम प्रदर्शित नहीं होगा। दूसरे कैमरे को मतदान केंद्र के बाहर इस प्रकार लगाया गया है कि मतदाताओं की कतार स्पष्ट दिखाई दे।
जुआ खेलते पकड़ाये दो सिपाही निलंबित
कोनी स्थित सुरक्षा बल वितरण केन्द्र में जुआ खेलते पकड़ाये जाने पर दो आरक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने सिविल लाइन में पदस्थ आरक्षक अविनाश कुमार चंदेल एवं सरकंडा में पदस्थ कमलेश सूर्यवंशी को निलंबित कर पुलिस लाईन में अटैच कर दिया है। दोनों आरक्षकों की ड्यूटी मतदान दलों के साथ सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगाने के कार्य में लगाई गई थी। दोनों आरक्षक चुनाव कार्य के लिए अधिग्रहित किये गये वाहनों के चालकों के साथ जुआ खेलते पाए गए। एसपी ने सिविल लाईन थाना के नगर पुलिस अधीक्षक को आरक्षकों के कदाचरण की जांच कर 10 दिनों में प्रमाण सहित प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।