नौ सितंबर को लगाए जा रहे छत्तीसगढ़ मेले में राज्य की मूल आध्यात्मिक पहचान एवं लोक संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा।
कार्यक्रम के संयोजक भुवन वर्मा ने बताया कि पं. देवकीनंदन दीक्षित सभा भवन में यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू होकर देर शाम तक चलेगा। यहां एक ही परिसर पर छत्तीसगढ़ी व्यंजन,परिधान, गुरतुर भाषा व लोकरंग के के माध्यम से छत्तीसगढ़ को अधिक नजदीक से जानने समझने का सुनहरा अवसर अंचल के लोगों को मिलेगा ।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए समिति का गठन किया गया है। आयोजक मंडल में कुशल कौशिक, पवन सोनी, संतोष श्रीवास ,तेरस यादव , ज्योति चंद्राकर, अरुणा व्यास, मनीषा वर्मा , डॉ शंकर यादव , प्रिय दुबे, राजेश गुप्ता , लक्ष्मण चंदानी, ध्रुव देवांगन ,गेंदलाल साहू ,प्रकाश मानिकपुरी ,कमल जैन ,अशोक राय, रामप्रसाद मास्टर वदिनेश ठाकुर प्रमुख सदस्य हैं । क्षेत्र विशेष जैसे स्वच्छता, पौधारोपण, जन-जागरूकता, कला-संस्कृति. छत्तीसगढ़ी साहित्य पर कार्य करने वाले विशिष्ट जनों का डाटा एकत्र कर सम्मान किया जाएगा ।नगर के लगभग 15 हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी । साथ ही विभिन्न महिला स्व सहायता समूह के द्वारा छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्टाल भी लगाए जाएंगे। स्टॉल बुकिंग हेतु आयोजन समिति के सदस्यों से संपर्क किया जा सकता है ।