बिलासपुर, 21 मार्च। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 400 से अधिक महिलाओं के नाम पर एक करोड़ से ज्यादा का फर्जी लोन निकालने का मामला सामने आया है। महिलाओं को इसकी जानकारी तब लगी, जब बैंक की ओर से वसूली के नोटिस उनके घर पहुंचे। पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि गांव के पूर्व जनपद सदस्य और उनकी पत्नी ने महिला समिति बनाकर धोखाधड़ी की।

मामले में सीपत पुलिस ने जांच के बाद आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर लिया है।

महिला समिति के नाम पर की ठगी

ग्राम पोड़ी की निवासी मीना बाई धीवर, शीला मानिकपुरी और दीप मानिकपुरी समेत अन्य महिलाओं ने सीपत पुलिस को शिकायत दी कि गांव के पूर्व सरपंच और पूर्व जनपद सदस्य प्रमिलदास मानिकपुरी और उनकी पत्नी रंजना मानिकपुरी ने महिला समिति बनाने का झांसा दिया और उनके बैंक खाते खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज एकत्र कर लिए।

इसके बाद 55 से अधिक महिलाओं के नाम पर 14 बैंकों से करोड़ों का लोन निकाल लिया गया।

महिलाओं के नाम पर लाखों का कर्ज

पीड़ित महिलाओं के अनुसार—
🔹 मीना बाई धीवर के नाम पर 1.45 लाख और 40 हजार के तीन लोन लिए गए।
🔹 शीला मानिकपुरी के नाम पर 1 लाख, 70 हजार, 50 हजार और 15 हजार के 5 लोन निकाले गए।
🔹 दीप मानिकपुरी के नाम पर 55 हजार और 40 हजार का लोन लिया गया।
🔹 गांव की कुल 400 महिलाएं इस धोखाधड़ी की शिकार हुईं।

जब बैंक की ओर से वसूली के नोटिस पहुंचे, तब महिलाओं को इस घोटाले की जानकारी हुई।

आरोपी दंपती गिरफ्तार, पुलिस जांच जारी

पीड़ित महिलाओं ने कलेक्टर और एसपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने प्रमिलदास मानिकपुरी और उनकी पत्नी रंजना मानिकपुरी के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि बैंक से लोन पास कराने में किन अन्य लोगों की संलिप्तता हो सकती है। बैंक प्रबंधन भी जांच के दायरे में है। 

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