बिलासपुर। चिटफंड कंपनियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत एक सप्ताह के भीतर तीसरी बार पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इस बार 6 लाख रुपये के जेवर और एक लाख रुपये नगद भी जब्त किये गये हैं।
जीएन गोल्ड कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ कोटा, बिल्हा, तखतपुर, तोरवा, मस्तूरी व रतनपुर थाने में धारा 420 आईपीसी और अन्य धाराओं में अपराध दर्ज है। कंपनी ने करीब 5 करोड़ रुपये की ठगी की। इसके डायरेक्टर्स फरार चल रहे थे। इस मामले में तीन डायरेक्टर गिरफ्तार किये जा चुके हैं। दो और डायरेक्टर पिता-पुत्री को आज कुरूद, रायपुर से गिरफ्तार कर यहां लाया गया। इस फर्जी कंपनी के सतनाम सिंह रंधावा, नरेंद्र सिंह और खेमेंद्र बोपचे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन्हें मिलाकर अब कंपनी के 5 डायरेक्टर गिरफ्तार हो चुके हैं। इनकी संपत्ति जब्त करने के लिये धमतरी कलेक्टर से पत्राचार किया जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर व एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने आज प्रेस को बताया कि कुरूद (धमतरी) निवासी शैलेंद्र वन गोस्वामी और उसकी बेटी मंजुला गोस्वामी को ग्रीन कॉलोनी सरोना रायपुर से आज गिरफ्तार किया गया। उनसे करीब 6 लाख रुपये का 18 तोला सोना तथा 1 लाख 9 हजार रुपये जब्त किये गये। आरोपी शैलेन्द्र गोस्वामी इस मामले में पहले गिरफ्तार हो चुका था लेकिन जमानत मिलने के बाद फरार चल रहा था।
सोशल मीडिया एकाउंट से मिली मदद
पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी मंजुला गोस्वामी पेशे से सिंगर है। उसने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर प्रोफाइल बना रखा है। पुलिस को इसी के जरिये आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली।