दुर्ग। यह बड़ा भावुक क्षण था जब सानिया मरकाम की दुर्ग के केंद्रीय जेल में निरुद्ध अपने पिता से मुलाकात हुई। सोनिया दसवीं बोर्ड परीक्षा में अपने जिले की अकेली टॉपर है। उनके पिता 3 साल से हत्या के आरोप में जेल में है। 

दुर्ग की सोनिया मरकाम ने दसवीं बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में सातवां स्थान हासिल किया है। दुर्ग से दसवीं-बारहवीं बोर्ड की मेरिट लिस्ट में जगह बनाने वाली वह अकेली विद्यार्थी है। उसकी सफलता पर तमाम प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उसे बधाई दी। जब पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव सानिया से बात की तो बेटी ने इच्छा जताई कि वह अपने पिता से मिलना चाहती है। कहा कि वे 3 साल से जेल में बंद है और इस बीच में एक भी बार उनसे नहीं मिल पाई है। एसपी डॉ. पल्लव ने तुरंत हामी भरी और बेटी की पिता से मुलाकात की व्यवस्था कराई। सानिया अपनी मां शिवकुमारी और बहनों के साथ जेल पहुंची और उसने अपनी पिता से आशीर्वाद लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक, जेल व पुलिस अधिकारी और सानिया के परिवार के कुछ सदस्य मौजूद थे। एक कामयाब बेटी से जेल में बंद बेटी से मुलाकात के दौरान वातावरण काफी गमगीन हो गया।

दुर्ग की सरकारी आदर्श गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा सानिया के पिता बलराम मरकाम हत्या के एक केस में जेल के विचाराधीन कैदी हैं। सोनिया सात बहने हैं और उनका एक ही भाई है। इकलौते बेटे के साथ झगड़ा हुआ तो अभियोजन के मुताबिक पिता भी बीच-बचाव के लिए पहुंच गए थे। इसके बाद एक की मौत हो गई थी। पिता के खिलाफ इसी मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत अपराध दर्ज किया गया था।

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