बिलासपुर। मरवाही सदन में निजी कर्मचारी द्वारा की गई आत्महत्या को लेकर दर्ज एफआईआर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नेता व पूर्व विधायक अमित जोगी ने आरोप लगाया है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध से सत्ताधारी दल के इशारे पर दर्ज की गई है।

अमित जोगी ने एक बयान में कहा है कि पीड़ित परिवार के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है। जोगी परिवार का इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से कोई लेना-देना नहीं था। राजनीतिक प्रतिशोध से सत्ताधारी दल के इशारे पर कल देर रात एफआईआर दर्ज की गई, इसलिये हम न्यायिक मजिस्ट्रेट अथवा सीबीआई से जांच की मांग करते हैं। हमारे लिये सभी न्यायिक विकल्प खुले हैं।


मालूम हो कि मरवाही विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बिलासपुर स्थित शासकीय आवास मरवाही सदन में पिछले पांच वर्षों से कार्यरत उनके एक निजी कर्मचारी संतोष कौशिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के भाई कृष्ण कुमार कौशिक ने सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी कि आत्महत्या से कुछ देर पहले मृतक ने अपनी पत्नी को फोन पर बताया था कि उस पर एक चांदी के बर्तन की चोरी का आरोप लगाया जा रहा है और लोग उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ पुलिस ने गुरुवार की रात करीब 12 बजे धारा 306 और 34 के तहत, आत्महत्या के लिए उकसाये जाने का अपराध दर्ज किया है। घटना शाम के समय हुई थी और बंगले में सुरक्षा गार्ड सहित कुछ कर्मचारी उपस्थित थे। इस समय जोगी परिवार का कोई भी सदस्य वहां नहीं था।

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