बिलासपुर। गौरेला के रिटायर्ड नायब तहसीलदार पतरस तिर्की द्वारा दिये गये हलफनामे के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ गौरेला थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। भाजपा नेत्री समीरा पैकरा ने यह रिपोर्ट दर्ज कराई है।
समीरा पैकरा ने शिकायत की है कि अजीत जोगी ने 6 जून 1967 को पेन्ड्रारोड तहसील से कूट रचना कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र तैयार किया और उसका अनुचित तरीके से राजनैतिक और अन्य तरह के लाभ लिये। इसी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर उन्होंने अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा तथा वर्तमान में भी विधायक हैं। फर्जी जाति प्रमाण पत्र का असली के रूप में उपयोग कर उन्होंने अवैधानिक लाभ अर्जित किये। जाति प्रमाण पत्र को नायब तहसीलदार पेन्ड्रारोड के सील एवं हस्ताक्षर से तत्कालीन नायब तहसीलदार पतरस तिर्की द्वारा जारी करना बताया गया है। तिर्की ने अपने शपथ पत्र में साफ लिखा है कि उनके द्वारा ऐसा कोई जाति प्रमाण पत्र अजीत जोगी के नाम से नहीं बनाया गया है। वह जाति प्रमाण पत्र झूठा एवं असत्य है। गौरेला पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया अपराध पाये जाने पर धारा 420, 467 तथा 471 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है। समीरा पैकरा ने पतरस तिर्की के शपथ पत्र की प्रतिलिपि भी थाने में जमा की है, जिसमें उन्होंने अजीत जोगी का जाति प्रमाण पत्र बनाने से इनकार किया है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। समीरा पैकरा ने रिपोर्ट दर्ज कराने के अलावा मुख्यमंत्री, गृह-मंत्री, कलेक्टर व एसपी को शिकायत भी भेजी है।