सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर टेस्ट जल्द शुरू करने की मांग की

बिलासपुर। जिले में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरियंट की पुष्टि हुई है। यह प्रदेश का पहला मामला है। इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में जीनोम सिक्वेंस की जांच के लिये लैब खोलने की मांग की है।  

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात से लौटे एक 52 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद उनका जिनोमिक सिक्वेंसिंग जांच के लिये सैंपल भुवनेश्वर (ओडिशा) की लैब में भेजा गया था। आज उसकी रिपोर्ट आई है जिसमें ओमिक्रॉन बी.1.1529) वेरियंट की पुष्टि हुई है।

आज ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर मांग की है कि जीनोम सिक्वेसिंग जांच की सुविधा छत्तीसगढ़ में शीघ्र शुरू की जाये। पत्र में सिंहदेव ने कहा है कि कोविड के नये वेरियंट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में इसकी जांच की सुविधा नहीं है। हमें सैंपल भुवनेश्वर भेजना पड़ता है, जिसमें काफी समय लगता है। रिपोर्ट आने तक हमें पता नहीं चलता है कि क्षेत्र में कोरोना वेरियंट ओमिक्रॉन है, डेल्टा है या अन्य। इसके कारण जांच व इलाज का महत्वपूर्ण निर्णय लेने और रणनीति बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सिंहदेव ने पत्र में कहा है कि एम्स रायपुर में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा तत्काल प्रारंभ करने का आदेश दें। साथ ही इस सुविधा को शुरू करने के लिये वित्तीय व तकनीकी सहयोग दें।

 

 

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