महावीर कोल वाशरी के विस्तार के विरोध में कोटा क्षेत्र के ग्रामीण कर रहे आंदोलन

बिलासपुर। महावीर कोल वाशरी के विस्तार परियोजना के विरोध में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी तेज बारिश व आंधी के बीच ईंट की दीवार गिरने से घायल हो गए। इसमें पांच प्रदर्शनकारियों को चोट लगी, जिन्हें उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।
कोल वाशरी के विरोध में ग्रामीण पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। आज दोपहर अचानक मौसम ने करवट बदली। तेज बारिश और आंधी के कारण धरनास्थल से सटी दीवार गिर गई, जिसमें 5 लोगों को चोट आई। इनमें ग्राम पथर्रा के आलोक गोस्वामी, अनुराग गोस्वामी तथा ग्राम खरगहनी के कमल गोंड, बजरहा केवट तथा शंकर यादव शामिल हैं।
कोटा पुलिस ने बताया कि धरनास्थल पर पुलिस बल पहले से मौजूद था। दीवार गिरने के बाद घायल आंदोलनकारियों को स्थानीय लोगों को मदद से कोटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां उपचार के बाद इन्हें छुट्टी दे दी गई। धरनास्थल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
महावीर कोल वाशरी का विस्तार प्लांट तखतपुर व कोटा क्षेत्र के गांवों में किया जाना है। पिछले माह 10 मई को हुई जनसुनवाई का प्रभावित ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया था। उनका कहना था कि इस वाशरी से अचानकमार अभयारण्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और भू-जल को नुकसान होगा। प्रभावित ग्राम पेसा कानून के अंतर्गत है। ग्रामीणों का कहना है कि कोलकाता की जिस कंसल्टेंट कंपनी की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार इसे स्थापित करने की अनुमति दी है, उसने फील्ड में सर्वेक्षण ही नहीं किया, रिपोर्ट कोलकाता में बैठकर बनाई गई है। इस जनसुनवाई के स्थगित हो जाने के बाद अगली जनसुनवाई 19 जून को ग्राम सकर्रा में प्रस्तावित है। इसके विरोध में ग्रामीण पिछले कई दिनों से धरना दे रहे हैं।

 

 

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here