हवाई सुविधा अखण्ड धरना 234वें दिन जारी रहा
बिलासपुर। हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति का अखण्ड धरना रविवार को 233वें दिन भी जारी रहा। इसमें पुनः एक बार लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह ने भागीदारी की। समिति ने महानगरों तक सीधी उड़ान की मांग को दोहराते हुए कहा कि बिलासपुर हवाई अड्डे के विकास से केन्द्र सरकार के उपक्रमों जिनका मुख्यालय बिलासपुर हैं के अधिकारियों का रायपुर जाने का खर्च बचेगा।
विधायक धरमजीत सिंह ने केन्द्र सरकार से मांग की कि उड़ान 3.0 योजना में 2018 के दौरान वी.जी.एफ सब्सिडी के साथ बिलासपुर-दिल्ली और बिलासपुर-कोलकाता रूट उपलब्ध था। हालाकि उस वक्त एयरपोर्ट तैयार नहीं होने के कारण कोई भी उड़ान स्वीकृत नहीं हुई। यद्यपि 2018 उड़ान 3.0 के दौरान स्वीकृत रूटों में अभी भी कई चालू नहीं हुए है और दरभंगा से महानगरों तक उड़ाने उड़ान 3.0 के तहत हाल ही में चालू हुई है। इस आधार पर बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए उड़ान 3.0 के तहत उपलब्ध बिलासपुर-दिल्ली और बिलासपुर-कोलकाता रूट को पुर्नजीवित किया जा सकता है। ऐसा होने पर बिलासपुर से महानगरों तक सुविधा देने में आसानी होगी।
ट्रेड यूनियन नेता रवि बेनर्जी ने 234 वें दिन अपनी टीम के साथ पहुंचकर आज हवाई सेवा की मांग को समर्थन दिया व धरने पर बैठे।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट को शीघ्र और 4C आईएफआर श्रेणी का बनाए जाने की मांग की गई। फोर सी श्रेणी के लिए औपचारिक प्रशासनिक अनुमोदन के साथ-साथ सेना से 150 एकड़ जमीन की वापसी सुनिश्चित की जाए। उल्लेखनीय है कि बिना सेना से जमीन के वापसी हुए एयरपोर्ट का रनवे विस्तार नहीं हो सकता और बोइंग तथा एअरबस श्रेणी के विमान संचालित नहीं हो पाएंगे। समिति ने उम्मीद जताई कि बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए सरकार इन कार्यों को भी शीघ्र ही अंजाम देगी।
समिति के महेश दुबे ने केन्द्र सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए आंदोलन के विस्तार पर बल दिया। मनोज तिवारी ने भी केन्द्र सरकार के उपक्रमों के अधिकारियों से सम्पर्क कर उनसे भी केन्द्र सरकार पर दबाव बढ़ाने की बात कही। सी.एल. मीणा ने बिलासपुर के साथ किये जा रहे भेदभाव की कड़े शब्दों में निंदा की। आभार प्रदर्शन बद्री यादव ने किया।
हवाई सुविधा अखण्ड धरने में कमल सिंह ठाकुर, देवेंन्द्र सिंह ठाकुर, अशोक भण्डारी, समीर अहमद, ब्रम्हदेव सिंह ठाकुर, चित्रकांत श्रीवास, संजय पिल्ले, सुशांत शुक्ला, मनोज श्रीवास, केशव गोरख, पप्पू तिवारी, सालिकराम पाण्डेय, नरेश यादव, नवीन वर्मा, अकिल अली, संतोष पीपलवा, विभूतिभूषण गौतम, राजेश यादव, दिनेश रजक, बबलू जार्ज, चुक्की अग्रवाल, मंगल सिंह, सावर अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।