रायपुर। छत्तीसगढ़ के वर्ष 2000 में राज्य बनने के बाद पहली बार यहां प्रोफेसरों के भर्ती होने जा रही है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग से 595 प्रोफेसरों की सीधी भर्ती के लिए प्रस्ताव मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है।इन पदों के लिए पूरे देश से आवेदन आने की उम्मीद है। इसके अलावा प्रथम और द्वितीय श्रेणी के करीब 400 पदों पर अधिकारियों की भर्ती भी होनी है। इसके लिए सीजीपीएससी के पास कई विभागों से प्रस्ताव आ चुके हैं।प्रोफेसरों के पद रिक्त होने की वजह से विश्वविद्यालयों और कालेजों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से अनुदान भी नहीं मिल पा रहा है। साथ ही नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की ग्रेडिंग कराने में भी दिक्कत हो रही है। छत्तीसगढ़ में आठ सरकारी और आठ ही निजी विश्वविद्यालय हैं।इनमें से अभी तक छह विश्वविद्यालयों की ग्रेडिंग हो चुकी है। इसी तरह 574 कालेजों में से 126 कालेजों की ही नैक ग्रेडिंग हुई है। पिछले 20 साल से छत्तीसगढ़ में प्रोफेसर के स्वीकृत पदों पर भर्ती नहीं हो पाई है। प्रोफेसरों की भर्ती के लिए अधिकतम उम्र 45 साल, पीएचडी और 10 साल का शिक्षण अनुभव अनिवार्य है।